
अलवर. गुपचुप सरिस्का पैलेस के बिकने की खबर पुष्ट होने लगी है। पैलेस में पुराने मैनेजर की जगह नया मैनेजर लगा दिया है। इसके अलावा फ्रंट डेस्क भी बदल दी है। गुरुग्राम की एक फर्म ने सरिस्का पैलेस को खरीदा है। ऐसा यहां पर लगाए गए मैनेजर सहित अन्य कर्मचारी बता भी रहे हैं।
हालांकि सरिस्का पैलेस में लगाए गए नए मैनेजर भी खुलकर पूरी बात नहीं बता रहे हैं। उनका कहना हेै कि उनको दिल्ली से यहां थर्ड पार्टी के जरिए लगाया है। दो दिन पहले यहां आकर काम संभाल लिया है। फ्रंट डेस्क को भी बदल दिया है।
150 बीघा में फैला सरिस्का पैलेस
सरिस्का पैलेस 150 बीघा में फैला है। टाइगर रिजर्व फॉरेस्ट क्षेत्र में होने के कारण इस होटल की अहमियत बड़ी हेै। सरिस्का में घूमने आने वाले पर्यटकों की यह होटल पहली पंसद है। चारों तरफ से सैकड़ों किलोमीटर जंगल में होने के कारण यहां का आकर्षण अधिक है। वैसे भी सरिस्का में बाघ देखने के लिए हर साल हजारों की संख्या में देशी विदेशी पर्यटक आते हैं। सरिस्का पैलेस 1892 में महाराजा जय सिंह ने बनवाया था, जिसे फ्रांस के आर्किटेक्ट ने डिजाइन किया था
नया स्टाफ बोला- इस फर्म ने खरीद लिया
सरिस्का पैलेस में बुधवार शाम को रिस्पेशन पर फोन किया तो जानकारी मिली कि निर्वाण फार्मासी प्रा.लि गुरुग्राम कम्पनी ने खरीद लिया है। पुराना स्टाफ कुछ हटा भी दिया। मैनेजर सहित फ्रंट डेस्क बदल दी है। खरीदने का जरिया नहीं बताया। इस पर बोले कि कैसे खरीदा यह पता नहीं, लेकिन खरीद लिया। उल्लेखनीय है कि सरिस्का पैलेस पर करोड़ों रुपए पंजाब नेशनल बैंक का लोन है। जिसकी रिकवरी नहीं होने के कारण अपे्रल माह में बैंक ने सरिस्का पैलेस के ऑक्सन का विज्ञापन भी जारी किया था। उसके बाद बैंक ने कोई सूचना सार्वजनिक नहीं की।
बड़े-बड़ों की रही पैलेस पर नजर
सरिस्का पैलेस के बिकने पर प्रदेश ही नहीं देश भर के प्रमुख लोगों की नजर थी। जिसको लेकर एकमात्र राजस्थान पत्रिका ने सबसे पहले खबर दी। चार दिसम्बर को पत्रिका ने सरिस्का पैलेस पर बड़ों की नजर शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया था। अलवर तहसील में भी पैलेस को खरीदने वाले कुछ लोग पहुंच थे। तहसील से भी इसकी पुष्टि हुई। हालांकि होटल प्रबंधन इसे अफवाह बताता रहा।
मैनेजर व फ्रंट डेस्क बदल दी
यह सही है कि होटल बिक गया है। इससे अधिक जानकारी नहीं है। मैनेजर व फ्रंट डेस्क भी बदल दी है। पुराना मैनेजर फिलहाल कार्य नहीं कर रहा है।
आशीष जैन, मैनेजर, सरिस्का पैलेस अलवर
पहले से ही चर्चा में
होटल के बिकने की छह माह से चर्चा थी। खरीद के बारे में पंजीयन कराने की जानकारी के लिए कुछ लोग चार माह पहले तहसील आए थे।
दिनेश भार्गव, जिलाध्यक्ष डीड राइटर अलवर
Updated on:
14 Dec 2017 10:13 am
Published on:
14 Dec 2017 09:21 am
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