तोमर: टाइगर को जयपुर जू के डॉ. अरविन्द माथुर ने ट्रेंक्यूलाइज किया। बाद में वह दो-चार किमी चला और पेड़ के नीचे बैठा। जहां मौत हो गई। ट्रेंक्यूलाइज में कुछ खामी?
यह तो पोस्टमार्टम में पता चलेगा। स्वतंत्र संस्थाओं को बुला रहे हैं। मैं भी रहूंगा। मीडिया के प्रतिनिधि भी शामिल हो सकते हैं।
इसे दो महीने पहले शिफ्ट किया था। शिफ्टिंग से कोई मतलब नहीं था। यह तो इलाज की मजबूरी थी। इलाज नहीं करेंगे तो बीमारी बढ़ जाएगी।
चोट पुरानी नहीं है। तीन दिन पहले इस टाइगर के पांव में चोट लगी है। तो तेज गर्मी से जान गई?
पोस्टमार्टम में सब सामने आ जाएगा। हम कोशिश कर रहे हैं कि अधिक से अधिक एक्सपर्ट आएं और जो भी ठीक बात हो, वो बताएं। जिसकी भी गलती होगी, उसको सजा मिलेगी।-