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एक-दो दिन में ‘घर’ लौट सकता है ST – 2305

सरिस्का टाइगर रिजर्व से अगस्त माह में गायब हुआ एक बाघ दौसा की रेंज बांदीकुई के जंगल से घूमकर सरिस्का लौट रहा है। यह राजगढ़ वन क्षेत्र तक पहुंच गया है।

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सरिस्का टाइगर रिजर्व से अगस्त माह में गायब हुआ एक बाघ दौसा की रेंज बांदीकुई के जंगल से घूमकर सरिस्का लौट रहा है। यह राजगढ़ वन क्षेत्र तक पहुंच गया है। जानकारों का कहना है कि सरिस्का प्रशासन को इसको लेकर अलर्ट भी करना चाहिए था ताकि इस रास्ते पर जनता अलर्ट रहे। हालांकि बाघ का रास्ता अधिकांश जंगल का ही बताया गया है। सरिस्का का दूसरा बाघ हरियाणा के झाबुआ के जंगल में ही डेरा डाले हुए है।

दो अगस्त को नर बाघ अकबरपुर रेंज अधीन वन क्षेत्र बीट पृथ्वीपुरा में मिले थे। उसके बाद से इसकी लोकेशन, पगमार्क, कैमरा ट्रैप्स फोटोग्रास आदि प्राप्त नहीं हो रहे थे। सरिस्का प्रशासन ने यह देख बाघ की खोज में सघन गश्त, पेट्रोलिंग, मॉनिटरिंग आदि की। बाद में 17 अक्टूबर को पता लगा कि बाघ वन मण्डल दौसा की रेंज बांदीकुई में है। वहां इसके पगमार्क मिले थे।

19 अक्टूबर को भी इसके पगमार्क मिले। उसके बाद 20 अक्टूबर से 23 अक्टूबर के बीच पगमार्क एवं कैमरा ट्रैप्स फोटोग्रास उप वन संरक्षक, अलवर अधीन रेंज राजगढ वन क्षेत्र में मिले। इसी के साथ सरिस्का प्रशासन ने राहत की सांस ली। अब यह बाघ सरिस्का में एक-दो दिन में लौट सकता है। यहां से दूरी सरिस्का की नजदीक ही है।