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पढऩा तो पड़ेगा… राज्यपाल, सीएम सहित कई नेताओं को किए ई-मेल, फिर भी क्यों रहे तमाम प्रयास फेल

सूबे का सिंहद्वार कहे जाने वाले अलवर जिले में पानी की कहानी न केवल हास्यास्पद है, बल्कि चौकाने वाली भी है। स्थिति यह है कि कलक्टर की जनसुनवाई से लेकर राज्यपाल व मुख्यमंत्री सहित तमाम राजनेताओं से ई-मेल के जरिए समस्या के निराकरण की गुहार लगा चुके हैं, पर समस्या जस की तस है।

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  पेयजल समस्या से त्रस्त

पेयजल समस्या से त्रस्त

अलवर. शहर के नंगली कोता मोहल्ले में आमजन पेयजल समस्या से त्रस्त हैं। यहां कई साल से खारे पानी की सप्लाई हो रही है। ऐसे में बस्ती के लोग पीने का पानी भी आसपास के क्षेत्रों से लाकर काम में ले रहे हैं। मोहल्ले में कुछ घर ऐसे भी है, जहां खारा पानी भी नसीब नहीं हो रहा है।

मुख्यमंत्री तक लगा चुके गुहार :
मोहल्ले में पानी की समस्या को लेकर कुछ लोगों ने जिला उपभोक्ता संरक्षण मंच में परिवाद पेश कर घरेलू नल कनेक्शन के बावजूद खारे पानी की आपूर्ति की शिकायत दी थी। इस पर मंच की ओर मोहल्ले की जलापूर्ति दुरुस्त करने के निर्देश दिए थे। यही नहीं, कलक्टर की जनसुनवाई से लेकर मुख्यमंत्री व राज्यपाल से लेकर तमाम राजनेताओं से भी ईमेल के जरिए समस्या के निराकरण की गुहार लगा चुके हैं।

नई बोङ्क्षरग में भी पानी नहीं
करीब 100 लोगों की आबादी के इस मोहल्ले में बरसों से खारे पानी की सप्लाई का सिलसिला जारी है। वहीं, जलदाय विभाग की ओर से लगाए गए 3 नए ट््यूबवेल में पानी नहीं होने से समस्या का समाधान नहीं निकल सका है। स्थानीय नागरिकों के अनुसार जलदाय विभाग की ओर से उनके क्षेत्र में तेजमंडी टंकी से मीठे पानी की सप्लाई की बात कही गई थी, लेकिन मीठा पानी तो दूर बस्ती के अधिकांश घरों में खारा पानी भी नहीं आ रहा है।

50 सालों से खारे पानी की समस्या
मुन्ना खान आदि ने बताया कि बस्ती में 50 सालों से खारे पानी की समस्या है। इसे लेकर हर स्तर पर गुहार लगा चुके हैं, लेकिन सालों से कोई समाधान नहीं निकल सका है।

परेशानी आई थी, दुरुस्त करा दी
जलदाय विभाग के एईएन रोहिताश पाराशर का कहना है कि नंगली कोता मोहल्ले के कुछ घरों में बैंक कॉलोनी की टंकी व अधिकांश घरों में ट््यूबवेल से सप्लाई होती है। सप्लाई लाइन की प्लेट निकलने व वाल्व खराब होने से पेयजल आपूर्ति में थोड़ी परेशानी आई थी। इसे दुरुस्त करा दिया गया है। यदि पानी खारा है तो इसकी लेबोरेट्री में जांच कराई जाएगी।