नए भवन में सब कुछ अस्त-व्यस्त, एक माह में शिफ्टिंग का दावा
अलवर. मत्स्य विश्वविद्यालय भवन के नए परिसर में घुसते ही ऐसा लग रहा है कि जैसे किसी जंगल में आ गए हैं। यहां सब कुछ अस्त-व्यस्त है। न अंदर की लिंक रोड बन सकी और न परिसर समतल हुआ। पार्क से लेकर तमाम कार्य अटके हुए हैं। कई अन्य कार्य भी होने हैं। ऐसे में लग रहा है कि नए सत्र में कक्षाएं यहां लगना मुश्किल है। हालांकि विश्वविद्यालय के अफसर दावा कर रहे हैं कि एक माह में सभी तैयारियां पूरी कर लेंगे।
अंडरग्राउंड तल के चारों ओर आईं दरारें : विश्वविद्यालय में शिफ्टिंग की तैयारियों का जायजा लेने राजस्थान पत्रिका की टीम पहुंची तो प्रवेशद्वार अभी तैयार नहीं मिला। पूरे परिसर में कंक्रीट फैले हुए हैं। अंबेडकर पार्क में पत्थर का काम अधूरा है। प्रशासनिक भवन अंदर ग्राउंड बनाया गया है जो गिराऊ लग रहा है। उसके चारों ओर दरारें आ गई हैं। निर्माण पर सवाल खड़े हो रहे हैं। निर्माण सामग्री चारों ओर पड़ी है। बैठने के भी समुचित इंतजाम नहीं हुए। सुरक्षा के दृष्टिकोण से भी तैयारियां यहां कम लग रही हैं।
ये करेगा विश्वविद्यालय तैयारी: वहीं दूसरी ओर मत्स्य विश्वविद्यालय की ओर से अपने नए भवन (हल्दीना ) में शिफ्ट करने की तैयारियां चल रही हैं। विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से शिक्षण कक्षों के लिए फर्नीचर के लिए टेंडर लगाए जा रहे हैं। टेंडर की प्रक्रिया पूरी होने के बाद आगे की कार्रवाई शुरू होगी। नए भवन में एक साथ ही 16 कक्षाओं में फर्नीचर लगाए जाएंगे। उसके बाद कक्षाएं शुरू होंगी। दावा है कि विद्यार्थियों के लिए डिजिटल पुस्तकालय होगा।
मत्स्य विश्वविद्यालय नए भवन में जल्द शिफ्ट होगा। नए सत्र शुभारंभ से पहले सभी प्रक्रिया पूरी कर ली जाएंगी।
प्रो. शील सिंधु पांडेय, कुलपति