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बिचगांवा में भूख हड़ताल खत्म, 8 दिनों से की जा रही थी भूख हड़ताल 

अलवर के लक्ष्मणगढ़ के बिचगांवा में गुरुवार को ग्रामीणों की भूख हड़ताल खत्म हो गई, जो दो कांवड़ियों की मौत और 32 लोगों के घायल होने के बाद सरकार की ओर से कम मुआवजे के विरोध में थी।

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यह फोटो भूख हड़ताल के दौरान की है (फोटो - पत्रिका)

अलवर के लक्ष्मणगढ़ के बिचगांवा में गुरुवार को ग्रामीणों की भूख हड़ताल खत्म हो गई, जो दो कांवड़ियों की मौत और 32 लोगों के घायल होने के बाद सरकार की ओर से कम मुआवजे के विरोध में थी।

भूख हड़ताल खत्म करने के बाद, गांव का प्रतिनिधिमंडल अलवर कलेक्टर आर्तिका शुक्ला से मिला, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि हड़ताल किन शर्तों पर खत्म की गई। 23 जुलाई को हुए करंट हादसे में 2 कांवड़ियों की मौत और 32 लोग घायल हो गए थे।

इस हादसे के बाद मृतकों के परिजन को 50-50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता, एक-एक सरकारी नौकरी और झुलसे हुए लोगों को 5-5 लाख रुपये की सहायता देने की मांग कर रहे थे।

सरकार ने मृतकों के लिए 5 लाख रुपए और आयुष्मान योजना से 5 लाख रुपए मुआवजे की घोषणा की थी, लेकिन ग्रामीणों ने इसका विरोध किया और भूख हड़ताल पर बैठ गए। आज 31 जुलाई को हड़ताल खत्म हो गई है।