निगम के सहायक अभियंता गजानन्द निमोरिया ने पुलिस थाने में मामला दर्ज कराया है कि उनके पास पावर हाउस ऑपरेटर घनश्याम ने सुबह सवा छह बजे नीमराणा सेंट्रल के गार्ड के नंबर से निगम कार्यालय में चोरी होने की सूचना दी। जिसके बाद उन्होंने निगम कर्मचारी के साथ कार्यालय का निरीक्षण किया तो वहां पर ताले टूटे हुए मिले,वहीं कार्यालय की विभिन्न शाखाओं की पत्रावलियां भी अस्त व्यस्त पड़ी हुई थी। जब निगम के गार्ड मुंशीराम से जब बातचीत की गई तो उसने बताया कि वह तो रात को ड्यूटी आया ही नहीं और गार्ड ने किसी को कोई सूचना नहीं दी। ऐसे में निगम को देर रात हुई चोरी की घटना से करीब तीन से साढ़े तीन लाख रुपए का नुकसान हुआ है।
सूचना के बाद भी मौके पर नहीं पहुंची पुलिस वहीं विद्युत निगम के कार्यालय के पास ही नीमराणा पुलिस थाना स्थित है लेकिन नीमराणा पुलिस को अनेक बार सूचना देने के बाद भी पुलिस मौके पर नहीं पहुंची। जिसके बाद निगम के उच्च अधिकारियों ने घटना की सूचना भिवाड़ी पुलिस कंट्रोल रूम जयपुर से दी। जिसके बाद नीमराणा डीएसपी महावीर सिंह शेखावत मौके पर पहुंचे और घटना स्थल का मौका मुआयना किया।
खुल रही रात्रि गस्त की पोल पुलिस थाने के पास से रात को चोरी हो जाती है लेकिन पुलिस सुबह 9 बजे तक सोती रहती है। ऐसे में नीमराणा पुलिस द्वारा रात को पैदल, बाइक व गाड़ी के माध्यम से रात भर कस्बे सहित थाना क्षेत्र में गश्त की जाती है। वहीं दुसरी ओर पुलिस थाने के बाहर व अंदर भी पुलिस कर्मी तैनात रहते है। उसके बाद भी पुलिस थाने के पास से चोर बेखोफ होकर विद्युत निगम के कार्यालय से लाखों रुपए चोरी व अन्य सामान बिखेर गए। ऐसे में पुलिस की रात्री गश्त व्यवस्था की पोल खुल रही है।