अलवर. सकट क्षेत्र के गांव नारायणपुर स्थित त्रिदंडी स्वामी यति महाराज के आश्रम पर संत साईं राम महाराज के सानिध्य में क्षेत्र की खुशहाली व सुख समृद्धि की कामना के लिए चल रहे नव दिवसीय 21 कुंडात्मक श्रीविष्णु महायज्ञ एवं भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के दौरान शक्रवार को कथा में उपस्थित श्रद्धालुओं को प्रवचन देते हुए कथावाचक संत बोधायन महाराज ने कहा कि मनुष्य के लिए दीन दुखियों की सेवा करने से बड़ा कोई धर्म नहीं है। किसी भी संकट से बचने के लिए ईश्वर का स्मरण करना चाहिए।
उन्होंने कथा के दूसरे दिन शुक्रवार को धु्रव चरित्र, जड़ भरत, नरसिंह अवतार , भरत व शिव सती चरित्र की कथा का प्रसंग सुनाया। कथा के दौरान बीच-बीच में गाए गए भजनों पर महिला श्रद्धालुओं ने जमकर नृत्य किया व तालियां बजाकर भगवान के जयकारे लगाए। इधर, विराटनगर के यज्ञाचार्य पं. कृष्ण कुमार शर्मा ने विष्णु महायज्ञ में यजमानों से वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच हवन में आहुतियां दिलवाई। सरपंच मुकेश मंडावरी ने बताया कि महायज्ञ एवं कथा का समापन पूर्णाहुति व भंडारे के साथ 30 मार्च को होगा। इसी दिन आश्रम में अष्टधातु से निर्मित त्रिदंडी स्वामी यति महाराज की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन भी होगा।