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सिलीसेढ़ से अलवर में पानी लाने का होने लगा विरोध, क्या है इसकी वजह?

सिलीसेढ़ से अलवर शहर में पानी लाने की योजना का विरोध बढ़ता जा रहा है। जलदाय विभाग की ओर से बोरिंग करने की योजना के विरोध में शुक्रवार को क्षेत्र के लोगों ने बैठक की।

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बैठक में मौजूद स्थानीय लोग

सिलीसेढ़ से अलवर शहर में पानी लाने की योजना का विरोध बढ़ता जा रहा है। जलदाय विभाग की ओर से बोरिंग करने की योजना के विरोध में शुक्रवार को क्षेत्र के लोगों ने बैठक की। इस बैठक में आसपास के अनेक गांवों के किसानों समेत कई जनप्रतिनिधियों ने भाग लिया।


गौरतलब है कि गुरुवार को जलदाय विभाग ने बोरिंग करने के लिए पहला कदम आगे बढ़ाया ही था कि ग्रामीणों ने इसका विरोध करते हुए विरोध-प्रदर्शन कर दिया। बोरिंग के लिए ले जा रही मशीनों को रास्ते में रोक दिया।

नहीं लगने देंगे नया बोरिंग

अलवर ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के बतपुरा ग्राम पंचायत के श्योदानपुरा के समीप नया ट्यूबवेल लगाने के लिए गुरुवार को जलदाय विभाग के अधिकारी संजय सिंह, व वन राज्यमंत्री संजय शर्मा के निजी सहायक मनोज शर्मा पहुंचे थे। सूचना मिलते ही ग्रामीणों ने वहां पहुंचकर विरोध किया और कहा कि यहां ट्यूबवेल नहीं लगने देंगे।

इस दौरान काम रोक दिया गया। सरपंच भवेंद्र पटेल, सौदान गुर्जर, रामसिंह गुर्जर, निहालसिंह, महेश सैनी आदि ने कहा कि सिलीसेढ़ के पानी पर पहला हक हमारा है। हम इस पानी को यहां से कहीं नहीं ले जाने देंगे। बैठक में ग्रामीणों ने कहा कि अगर मनमानी की गई और जबरदस्ती ट्यूबवेल लगाने का प्रयास किया गया, तो सहन नहीं करेंगे।

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