
गेहूं के भाव में उछाल से व्यापारियों को फायदा, आमजन की जेब पर भार
अलवर. गेहूं की फसल व्यापारियों के लिए मुनाफे का सौदा साबित हो रही है। वैश्विक बाजार में मांग बढऩे से गेहूं के भाव लगातार बढ़ रहे हैं। ऐसे में गेहूं का स्टॉक करने वाले बड़े किसान व व्यापारियों को काफी फायदा हो रहा है। फिलहाल अलवर मंडी में गेहूं के भाव 2747 से 2910 रुपए प्रति ङ्क्षक्वटल तक पहुंच गए हैं। जानकारों के अनुसार सरकार की ओर से निर्यात बढ़ाने तथा समर्थन मूल्य में बार-बार वृद्धि करने से गेहूं के भाव में इजाफा हो रहा है। इससे बाजार में आटे के भाव में भी 2 रुपए तक की बढ़ोतरी हुई है। इसका सीधा असर आमजन की जेब पर पड़ेगा।
वैश्विक बाजारों में मांग बढऩे से गेहूं में तेजी
जानकारों के अनुसार रूस व यूक्र्रेन गेहूं के प्रमुख उत्पादक व निर्यातक देश है। दोनों देशों के बीच लंबे समय से चल रहे संघर्ष से वैश्विक बाजारों में गेहूं की उपलब्धता में तेजी से गिरावट आई है। वहीं, जिन देशों को रूस व यूके्रन गेहूं निर्यात करते थे उन्हें भारत की ओर से गेहूं उपलब्ध कराया जा रहा है। सरकार की ओर से गेहूं का निर्यात बढ़ाने के साथ ही गेहूं के समर्थन मूल्य में भी वृद्धि की गई। इससे गेहूं के भाव में तेजी का असर दिखाई दे रहा है।
नए गेहूं भी समर्थन मूल्य से ऊपर बिकने की उम्मीद
जानकारों के अनुसार मार्च से गेहूं की नई फसल आने की उम्मीद है। उनके अनुसार नए गेहूं का समर्थन मूल्य 2200 से 2400 रह सकता है। ऐसे में किसानों को गेहूं के दाम अच्छे मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।
गेहूं के भाव बढऩे से आटा हुआ महंगा
गेहूं का भाव बढऩे के साथ ही आटे का भाव भी 3100 से 3150 रुपए प्रति ङ्क्षक्वटल तक हो गया है। वहीं, थोक में आटे का भाव 32 रुपए प्रति किलो तक हो गए हैं। इसका असर आटे से बनने वाली चीजों पर भी दिखाई दे सकता है। फिलहाल बाजार के जानकार नई फसल आने तक गेहूं के भाव में तेजी बरकरार रहने की संभावना जता रहे हैं।
नि:शुल्क वितरण से बाजार में गेहूं की मांग बढ़ी
राजस्थान खाद्य पदार्थ संघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुरेश चंद जलालपुरिया का कहना है कि उत्पादन अधिक होने के साथ ही सरकार की ओर से निर्यात को बढ़ाया गया। इसके साथ ही सरकारी योजनाओं में नि:शुल्क वितरण से बाजार में गेहूं की मांग बढ़ी। इससे गेहूं के भाव में भी उछाल आया। इससे स्टॉकिस्ट को फायदा हो रहा है।
वैश्विक बाजार में मांग बढऩे से गेहूं में तेजी रही
मंडी व्यापारी पंकज खण्डेलवाल का कहना है कि रूस व यूक्रेन युद्ध से वैश्विक बाजार में मांग बढऩे से गेहूं के भाव में तेजी रही। सरकार की ओर से गेहूं का समर्थन मूल्य भी बार-बार बढ़ाया गया। इससे गेहूं के भाव में तेजी बरकरार रही।
Published on:
18 Jan 2023 01:50 am
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