नया शैक्षणिक सत्र प्रदेशभर में 1 जुलाई से शुरू हो गया है। वहीं अलवर जिले में मंगलवार को इंद्रदेव जमकर बरसे। जिसके चलते स्कूलों के प्रांगण तरण ताल बन गए।
नया शैक्षणिक सत्र प्रदेशभर में 1 जुलाई से शुरू हो गया है। वहीं अलवर जिले में मंगलवार को इंद्रदेव जमकर बरसे। जिसके चलते स्कूलों के प्रांगण तरण ताल बन गए। मालाखेड़ा में करीब 6 बजे शुरू हुई बारिश 9 बजे तक होती रही। जिसके चलते स्कूलों के पहले दिन पैदल जाने वाले बालक बालिका बहुत कम संख्या में पहुंचे।
राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल महुआ खुर्द में बच्चे भीगते हुए बगैर किताब पुस्तक के पहुंचे। जहां विद्यालय के प्रांगण बारिश पानी से तरण ताल बन गया और उसी से होकर बच्चे विद्यालय में पहुंचे। ऐसे में अध्यापक और संस्था प्रधान को भी परेशानी का सामना करना पड़ा और बच्चों को बरामदे में रखकर उनके कपड़े निचोड़ कर सुखाने का प्रयास किया।
संस्था प्रधान भगवान सहाय शर्मा अध्यापक सुरेश, रामकेश, मंजू चौहान सहित अन्य ने बताया आज नए शैक्षणिक सत्र का प्रथम दिन है। जहां बारिश के कारण बच्चे कम संख्या में पहुंच पाए। विद्यालय प्रांगण में बारिश का पानी जमा रहने से वह तरण ताल बन गया।