
भाजपा विधायक संजूदेवी का छलका दर्द, कहा- एसपी करवा रहे हैं उनके परिवार का उत्पीड़न
अम्बेडकर नगर. सत्ता पक्ष की विधायक अगर यह आरोप लगा रही हो कि जिले के पुलिस कप्तान ही उनके परिवार का उत्पीड़न करने में जुटे हुए हैं, तो इस आरोप को गंभीरता से लिया जाना चाहिए। टांडा विधान सभा क्षेत्र से भाजपा की विधायक संजू देवी ने अपनी सास के इलाज के दौरान मेडिकल कालेज में हुए विवाद के बाद पुलिस की तरफ से उनके देवर श्याम बाबू और पुत्र समेत आधा दर्जन से अधिक लोगों को हिरासत में लिए जाने पर अपनी कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की हैं। संजू देवी ने कहाकि वर्तमान पुलिस अधीक्षक विपिन कुमार मिश्र ने फोन पर जिले के लोगों को अपशब्द कहते हुए अपमानित किया था, जिसकी शिकायत उन्होंने मुख्यमंत्री से की थी। इसी बात का बदला लेने के लिए पुलिस अधीक्षक की तरफ से उनके परिवार का उत्पीड़न किया जा रहा है।
मेडिकल कालेज प्रशासन पर कार्यवाही न किये जाने पर उठाया सवाल
विधायक संजूदेवी ने अपनी सास की इलाज के दौरान मेडिकल कालेज प्रशासन की तरफ से लापरवाही बरते जाने को दुर्भाग्य पूर्ण बताते हुए कहा कि जब एक विधायक के परिजन का मेडिकल कालेज में यह हाल है तो आम जनता के साथ कैसा व्यवहार होता होगा। उन्होंने कहाकि उनकी सास के इलाज के दौरान मेडिकल कालेज की लापरवाही पर आवाज उठाने के कारण कालेज के प्रिंसिपल और डॉक्टर छात्रों को बुलवा कर उनके परिजनों और समर्थकों पर हमला करवा दिए, उनकी गाड़ियां फूंक दी गईं और पुलिस अधीक्षक उन्ही के परिजनों का उत्पीड़न करने के लिए उनके देवर समेत कई लोगों को हिरासत में ले लिया।
इस तरह बढ़ा था विवाद
बीते मंगलवार की शाम को अचानक विधायक संजू देवी की सास की तबियत खराब हो जाने के बाद उनके देवर श्याम बाबू गुप्ता, ज्येष्ठ वेद प्रकाश गुप्त मेडिकल कालेज लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टर चेकप करने के बाद विधायक की सास को रिफर कर दिया। श्यामबाबू ने मेडिकल कालेज से एम्बुलेंस की मांग की तो यह कहते हुए मना कर दिया गया कि उनकी एम्बुलेंस बाहर नही जाती। बाद में मेडिकल कालेज की तरफ से 108 की एम्बुलेंस उपलब्ध कराने की बात कही गई, लेकिन एम्बुलेंस आने में काफी समय बीत गया। यही से जब विवाद बढ़ा तो मेडिकल कालेज के डॉक्टर प्रमोद ने कॉलेज के छात्रों को बुलवा लिया। दर्जनों की संख्या में पहुंचे छात्रों ने हमला करते हुए गाड़ियों में तोड़फोड़ और आगजनी शुरू कर दी। इस आगजनी में विधायक की तीन गाड़िया पूरी जलकर राख हो गईं और उनके एक सहयोगी की कार को तोड़कर क्षतिग्रस्त कर दिया गया। विधायक का कहना है कि जान बचाने के लिए उनके परिवार की तरफ से आत्म रक्षा में फायरिंग करनी पड़ी और जब इसके बाद भी हमला नही रुका तो इन लोगों ने अपने को कमरे में बंद कर लिया और पुलिस को सूचना दी।
मेडिकल कालेज में फोर्स की मौजूदगी में एक वाहन जलाने का आरोप
विधायक का आरोप है कि उनकी तीन गाड़ियों को फूंकने के बाद एक गाड़ी का केवल शीशा तोड़कर उसे पलट दिया गया, जिसके लिए उनकी तरफ से लगातार कहा गया कि उस वाहन को कॉलेज से निकलवा लिया जाए, लेकिन पुलिस ने इस बात को अनसुना कर दिया और बुधवार की शाम पुलिस की मौजूदगी में छात्रों ने उस वाहन में भी आग लगा दी।
Published on:
22 Nov 2018 09:18 am
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