जिले के अकबरपुर रेलवे स्टेशन से रात में मालदा दिल्ली एक्सप्रेस ट्रेन अपनी पूरी गति से आगे बढ़ी ही थी कि अचानक एक सिरफिरा युवक महिला की गोद से बच्चा छीन लिया और जबतक कोई कुछ समझता उसने बच्चे को चलती ट्रेन से बाहर फेंक दिया। बच्चा फेंके जाने के बाद बदहवास हो चुकी उसकी मां लोगों से मदद की गुहार करती रही, लेकिन ट्रेन रुकते रुकते काफी आगे बढ़ चुकी और जब रुकी तो यह अभागी मां अपने बच्चे की तलाश में उसी दिशा में भागना शुरू कर दिया। लोग भी बच्चे की तलाश में दौड़े तो जरूर, लेकिन रात होने के साथ साथ ट्रेन की गति अधिक होने और दूसरे प्रदेश के यात्री होने के कारण सटीक लोकेशन का पता न होने से बच्चे को ढूंढ पाना मुश्किल हो गया।
पुलिस टीम कर रही है काम्बिंग रात में हुई इस रोंगटे खड़ी कर देने वाली घटना की सूचना पाकर सुबह से रेलवे पुलिस पहले अपनी पूरी टीम के साथ तलाश करना शुरू किया, लेकिन कामयाबी न मिलने पर उसने जिला प्रशासन से अनुरोध कर लगभग सौ पुलिस कर्मियों के साथ कई टीम बनाकर बच्चे की तलाश शुरू की। इस घटना के 48 घंटे बीत जाने के बावजूद भी पुलिस अभी भी खाली हाथ ही है।
सिरफिरे को पकड़ कर लोगों ने धुना, किया पुलिस के हवाले जिस सिरफिरे ने इस महिला की गोद से उसके बच्चे को छीन कर ट्रेन से बाहर फेंक दिया था, उसे लोगों ने पकड़ कर जमकर धुनाई करने के साथ ही इसे पुलिस के हवाले कर दिया, लेकिन रेलवे की सुरक्षा को लेकर सवाल उठ रहे हैं कि आखिर इतनी आसानी से कैसे किसी यात्री के साथ कोई भी अपराधी या सिरफिरा इतनी बड़ी घटना को अंजाम दे सकता है। अब जीआरपी पुलिस के सीओ भी इस घटना की गंभीरता को देखते हुए अकबरपुर रेलवे स्टेशन और गोसाईगंज रेलवे स्टेशन पर डेरा जमाए हुए हैं। उनका कहना है कि हमारी टीम बच्चे की तलाश में जुटी हुई है और जब तक हमें सफलता नहीं मिल जाती हम यह सर्च अभियान आगे भी जारी रखेंगे।