उन्होंने प्रेशर पद्धति से परेशान जवानों के मर्ज अनुसार पीठ, गर्दन व स्पाइनल के नसों को दबाकर तकलीफ को दूर करने की कोशिश की, साथ ही उन्हें नियमित रुप से अलग-अलग एक्सरसाइज करने के भी टिप्स दिए। चिकित्सक ने आवश्यकतानुसार उन्हें दवा भी दी और तकलीफ दूर करने के लिए नियमित एक्सरसाइज करने को कहा।