विकास प्राधिकरण की बैठक में संभाग के सभी जनप्रतिनिधियों ने बिजली की समस्या को लेकर मुख्यमंत्री से शिकायत की थी। इसे गम्भीरता से लेते हुए बिजली विभाग के सीई को बैठक में जमकर फटकार लगाते हुए जिम्मेदार अधिकारियों को निलंबित करने को कहा था।
पूर्व की प्रदेश सरकार में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के नगर आगमन के दौरान केबल शिफ्ट किए जाने की वजह से शहर में घंटों बिजली गुल रहती थी। इसे लेकर कांग्रेसी जनप्रतिनिधियों ने काफी ज्यादा हंगामा करने के साथ विरोध प्रदर्शन भी किया था लेकिन प्रदेश की सत्ता कांग्रेस के हाथ में आते ही शहर में बिना किसी कारण के घंटों बिजली गुल होने की शिकायत बढ़ती ही जा रही हैं।
बिजली की समस्या की वजह से कांग्रेस की प्रदेश सरकार की काफी ज्यादा फजीहत हो रही है। विकास प्राधिकरण की बैठक में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से संभाग के अधिकांश विधायकों ने इसकी शिकायत की थी।
बिजली की समस्या को लेकर सोमवार को आयोजित बैठक में मुख्यमंत्री ने बिजली विभाग के सीई बजरंगी मिश्रा को जमकर फटकार लगाई थी और इसके लिए जिम्मेदारी तय करने का आदेश दिया था। इसके बावजूद बैठक में उपस्थित जनप्रतिनिधि बिजली की समस्याओं को लेकर काफी आक्रोशित थे।
देर रात मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बिजली विभाग के ९ अधिकारियों को निलंबित करने का आदेश जारी कर दिया। मुख्यमंत्री के आदेश पर छत्तीसगढ़ पावर डिस्ट्रब्यूशन कम्पनी लिमिटेड के महाप्रबंधक ने निलंबन आदेश जारी किया।
अधिकारियों के निलंबन पर दो जीएम ने किया हस्ताक्षर
मुख्यमंत्री ने सोमवार को सरगुजा संभाग में बिजली विभाग के २ एसई (अधीक्षण यंत्री) व ७ डीई (डिवीजनल इंजीनियर) को निलंबित कर दिया। मुख्यमंत्री के आदेश पर कंपनी के महाप्रबंधक आरएन सहाय व आरएन द्विवेदी ने निलंबन आदेश पर हस्ताक्षर किए।
इन्हें किया गया निलंबित
बिजली की पर्याप्त व्यवस्था होने के बावजूद बिजली सप्लाई में लापरवाही बरतने की वजह से अम्बिकापुर वृत्त के अधीक्षण अभियंता जीएल चन्द्रा, बैकुंठपुर वृत्त के अधीक्षण अभियंता राजेश लकड़ा को निलंबित किया गया।
इसके बाद संभागीय अभियंताओं में अम्बिकापुर शहर एसपी कुमार, ग्रामीण संभाग के ललित कुमार राठौर, जशपुर के टीआर राजवाड़े, पत्थलगांव के केके साय, बलरामपुर के आर. नामदेव मनेंद्रगढ़ के राजेश ठाकुर एवं सूरजपुर के आरएस पटेल को निलंबित कर दिया गया।