
Panchayat secretary commits suicide
अंबिकापुर. Commits suicide: जिला पंचायत में आयोजित बैठक में शामिल होकर मंगलवार की देर रात लौटे पंचायत सचिव ने बुधवार की सुबह घर के पास ही फांसी लगाकर आत्महत्या (Commits suicide) कर ली। सुबह परिजनों ने उसका शव देखा तो उनका रो-रोकर बुरा हाल हो गया। इस मामले में मृतक के पुत्र का कहना है कि पापा काफी दिन से परेशान थे। काम को लेकर प्रेशर में रहते थे। इधर पंचायत सचिव संघ के अध्यक्ष ने मामले की जांच की मांग की है।
सरगुजा जिले के रघुनाथपुर चौकी अंतर्गत ग्राम पुरकेला के मड़वापारा निवासी सहन साय पनिका 58 वर्ष ग्राम लालमाटी में पंचायत सचिव के पद पर पदस्थ था। बुधवार की सुबह उसका शव घर के बगल में स्थित मकान के म्यार में रस्सी के सहारे फांसी पर लटकता मिला।
परिजनों की सूचना पर पुलिस ने शव उतरवाकर पीएम के लिए अस्पताल भिजवाया। पंचायत सचिव ने किस कारण से आत्महत्या की, इसका पता फिलहाल नहीं चल सका है।
बेटे का कहना- परेशान थे पापा
इस मामले में मृतक के पुत्र जितेंद्र साय ने बताया कि पापा काफी समय से परेशान थे। मंगलवार को वे जिला पंचायत अंबिकापुर में मीटिंग में शामिल होने गए थे, वहां से रात 12.30 बजे घर लौटे थे।
बुधवार की सुबह लालमाटी में विकसित भारत शिविर की तैयारी भी उन्हें करना था। इसी बीच उन्होंने फांसी लगा ली। उसने बताया कि पापा काम को लेकर कभी कोताही नहीं करते थे। संभवत: उन्हें कोई प्रेशर दिया गया होगा।
पंचायत सचिव संघ ने की जांच की मांग
इधर पंचायत सचिव संघ ने मामले की जांच की मांग की है। संघ का कहना है कि जिला पंचायत में मीटिंग थी, किस कारण से उन्होंने आत्महत्या की, यह जांच का विषय है।
कहीं उनके ऊपर कोई प्रशासनिक दबाव या घर में कोई परेशानी तो नहीं थी। काम का प्रेशर तो हम सभी के ऊपर भी रहता है, इस वजह से फांसी लगाना समझ से परे है। उनके मोबाइल के कॉल डिटेल की भी जांच होनी चाहिए।
शिविर कर दिया गया था कैंसिल
जिला पंचायत में सचिवों की बैठक तो ली गई थी, लेकिन इसमें कोई ऐसी प्रेशर वाली बात नहीं थी। हाथियों के क्षेत्र में विचरण करने के कारण लालमाटी में आयोजित शिविर को कैंसिल कर दिया गया था।
नूतन कंवर, जिला पंचायत सीईओ, सरगुजा
Published on:
03 Jan 2024 06:47 pm
बड़ी खबरें
View Allअंबिकापुर
छत्तीसगढ़
ट्रेंडिंग
