
Effigy burnt
अंबिकापुर. नगरीय प्रशासन मंत्री अमर अग्रवाल के बिलासपुर स्थित आवास पर उनके बयान के विरोध में कांग्रेसियों ने कचरा फेंका था। इसी मामले में कांग्रेसी कार्यकताओं पर पुलिस द्वारा कांग्रेस भवन परिसर में लाठियां बरसाईं गई थीं। इसे लेकर अब राजनीति गरमा गई है।
इस घटना को लेकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आह्वान पर घड़ी चौक पर जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा मुख्यमंत्री सहित मंत्रीमंडल का पुतला दहन कर विरोध जताया गया। पुलिस द्वारा पुतला दहन रोकने पानी की बौछारें भी की गईं लेकिन कांग्रेसियों ने 4 पुतले जला दिए।
गौरतलब है कि रविवार को कछार में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन प्लांट का उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान नगरीय प्रशासन मंत्री अमर अग्रवाल ने कहा था कि 15 साल पहले कांग्रेस ने शहर को कचरा कर दिया था। अब हम साफ कर रहे हैं। इस बयान के विरोध में मंत्री के बंगले का घेराव करने पहुंचे कांग्रेसियों ने बंगले में कचरा डाल दिया और वापस कांग्रेस भवन पहुंच गए।
मंत्री के आवास पर तैनात पुलिस बल ने पहले तो कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार नहीं किया लेकिन जब बंगले में कचरा फेंकने की जानकारी हुई तो कांग्रेस भवन पहुंचकर आंदोलन में शामिल कांग्रेसियों को गिरफ्तारी देने कहा। कांग्रेसी इसके लिए तैयार हो गए और पुलिस वाहन में बैठ भी गए लेकिन युवा कांग्रेस के नेताओं ने इसका विरोध किया व कहा कि गिरफ्तारी घेराव के दौरान क्यों नहीं की, अब यहां गिरफ्तारी नहीं देंगे।
इसी बात पर पुलिस और कांग्रेसियों में बहस हुई और फिर कार्यकर्ता वहीं बैठकर रामधुन गाते हुए प्रदर्शन करने लगे। इसी दौरान एडिशनल एसपी नीरज चंद्राकर बल के साथ वहां पहुंचे और जो लोग गिरफ्तारी देने के लिए बस में जा बैठे थे, उन्हें छोड़कर गिरफ्तारी का विरोध जता रहे लगभग 50 कांग्रेसियों की जमकर पिटाई कर दी।
पुलिसिया कार्रवाई के विरोध में बुधवार को जिला कांग्रेस कमेटी ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आह्वान पर घड़ी चौक पर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान कांग्रेस जिलाध्यक्ष बालकृष्ण पाठक, पूर्व विधायक भानू प्रताप सिंह, प्रदेश सचिव शैलेन्द्र प्रताप सिंह, जेपी श्रीवास्तव, हेमंत सिन्हा, द्वितेन्द्र मिश्रा, विजय सोनी, बंटी शर्मा,
शैलेन्द्र सोनी,राकेश गुप्ता, आलोक सिंह, अजय सिंह, सतीश बारी, रीता सेन, सीमा सोनी, हिमाशुं जायसवाल, संजीव मंदिलवार, दीपक सिन्हा, हेमंत तिवारी, आतिफ रजा सहित अन्य कांग्रेस पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित थे।
पुलिस को चकमा देकर जलाए 4 पुतले
कांग्रेसी कार्यकर्ता काफी संख्या में मौजूद पुलिस को चकमा देते हुए पुतला दहन कर घड़ी चौक की तरफ रैली की शक्ल में पहुंचे। यहां पुलिस बल ने उन्हें रोकने का प्रयास किया लेकिन हुज्जत करने पर अड़े कांग्रेसियों को खदेडऩे के लिए पुलिस ने पानी की बौछार की। इससे कुछ देर के लिए कांग्रेसी पीछे जरूर हटे लेकिन इसी दौरान एक और पुतला कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने फूंक दिया। पुतला जलता देख पुलिस ने तत्काल दूर से ही पानी की बौछारें की।
सरकार को बताया हिटलर
जिलाध्यक्ष बालकृष्ण पाठक की अगुवाई में कांग्रेस पदाधिकारी रैली की शक्ल में कलक्टोरेट मुख्य गेट पर पहुंचे। यहां उन्होंने एसडीएम अजय त्रिपाठी को ज्ञापन सांैपते हुए कहा कि प्रदेश की सरकार अंग्रेज शासक जनरल डायर की तरह काम कर रही है।
कांग्रेसी कार्यकर्ता जब कार्यलय में बैठकर शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे थे तो फिर पुलिस ने भाजपा कार्यकर्ता की तरह व्यवहार करते हुए सभी की जमकर पिटाई की। इसकी कांग्रेस घोर निंदा करती है। उन्होंने संबंधित पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
जबरदस्ती चढ़ गए थे वाहन पर
कांग्रेसी कार्यकर्ता व पदाधिकारी पानी की बौछार डालने वाले वाहन के ऊपर चढ़कर जबरदस्ती कर रहे थे। इस दौरान पुलिस कर्मियों ने उन्हें काफी समझाने का भी प्रयास किया लेकिन उन्होंने वाहन के सामने खड़े होकर उसे ढकेलना शुरू कर दिया। कांग्रसी इतने जोश में थे कि वे क्या कर रहे हैं उन्हें खुद ही पता नहीं था।
छिपाए हुए पुतले को भी फूंका
कांग्रेसियों द्वारा निगम कार्यालय के सामने वाली रोड पर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा था। इस दौरान युवक कांग्रेस के पदाधिकारियों द्वारा झाडिय़ों में छिपाकर रखे गए पुतले को भी फूंक दिया गया। इससे कुछ देर के लिए तनाव की स्थिति निर्मित हो गई थी।
Published on:
19 Sept 2018 06:36 pm
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