
मुंबई से 1300 किमी बाइक चलाकर घर पहुंचा शख्स मिला कोरोना संक्रमित, एक की मौत, 44 पहुंचा आंकड़ा,
अंबिकापुर. कोरोना महामारी में जहां एक ओर लोग अपने-अपने घरों से बाहर निकलना उचित नहीं समझ रहे हैं। वहीं सोमवार को अंबिकापुर नगर निगम के महापौर डॉ. अजय तिर्की अपने डॉक्टर होने का फर्ज अदा करते नजर आए। महापौर ने कोरोना संकट की घड़ी में भी एक महिला का इलाज किया।
दरअसल कुछ दिन पूर्व महिला पेड़ से गिर गई थी। इससे उसका एक हाथ टूट गया है। महिला ने इलाज के लिए डॉ. अजय तिर्की से संपर्क किया तो वे तुरंत मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचे और महिला के हाथ का प्लास्टर किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि कोरोना से डरने की जरूरत नहीं है। अपने आप को सुरक्षित रखना है।
गौरतलब है कि बलरामपुर जिले के शंकरगढ़ थाना क्षेत्र के गाम करमी निवासी सरस्वती नामक एक महिला १२ मई को पेड़ से गिर गई थी। इससे उसका बाएं हाथ में फ्रैक्चर हो गया है। महिला इलाज के लिए अंबिकापुर के महापौर डॉ. अजय तिर्की से संपर्क किया तो महापौर ने तुरंत हामी भर दी।
कोरोना संकट की घड़ी में उन्होंने अपने चिकित्सक होने का फर्ज निभाया। वे सोमवार को मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचे तथा महिला के हाथ पर प्लास्टर चढ़ाया। इस दौरान अस्पताल के अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉ. त्रिपाठी भी साथ थे। डॉ. अजय तिर्की एक कुशल हड्डी रोग विशेषज्ञ भी हैं।
महापौर के रूप में अपनी राजनीतिक पारी की शुरूआत करने के बावजूद वे लगातार जरूरत पडऩे पर अस्पताल या फिर अपने दफ्तर में चिकित्सक का फर्ज निभाते रहते हैं। उनके इस कार्य की पूरे सरगुजा में सराहना होती है। महापौर या फिर चिकित्सक के रूप में वे हर किसी की मदद करते नजर आते हैं।
महिला के हाथ पर प्लास्टर चढ़ाने के बाद उन्होंने कहा कि मैं पहले एक इंसान हूं और इंसान का फर्ज है कि किसी भी जरूरतमंद की सेवा करना। चिकित्सक व महापौर का कार्य दोनों ही सेवा भाव से जुड़ा हुआ हैं। लोगों की सेवा करना मेरा फर्ज है।
कोरोना से डरने की जरूरत नहीं
कोरोना संक्रमण के डर से लोग एक ओर जहां अपने अपने घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं। वही महापौर ने अस्पताल पहुंंचकर महिला का इलाज किया। उन्होंने कहा कि कोरोना से डरने की जरूरत नहीं है। अपने आप को सुरक्षित रखते हुए काम करने की जरूरत है।
Published on:
18 May 2020 09:19 pm
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