यहां चिकित्सकों ने जब महिला की कोरोना जांच कराई तो वह संक्रमित पाई गई। इसके बाद महिला को कोविड सेंटर मेडिकल कॉलेज अस्पताल (Medical college hospital) रेफर कर दिया। यहां गायनोलॉजिस्ट डॉक्टर आदित्य सिसोदिया, डॉ. पार्थ सारथी, डॉ. लव सिंह, स्टाफ नर्स चंदरलेखा, सुरजमनी, सिपरा व वार्ड ब्वाय सूर्यकांत की मदद से महिला का ऑपरेशन किया गया।
महिला ने स्वस्थ बच्ची को जन्म दिया है। वहीं इससे पूर्व इन्हीं डॉक्टरों की टीम ने कोविड सेंटर में भर्ती शहर के विशुनपुर निवासी 25 वर्षीय महिला का सुरक्षित नॉर्मल प्रसव (Normal delivery) कराया गया। इस महिला ने भी बच्ची को जन्म दिया है। प्रसव के बाद दोनों महिलाओं को कोविड सेंटर में ही भर्ती रखा गया है।
दोनों नवजात एसएनसीयू में भर्ती
डॉक्टर अनूपम मिंज के अनुसार प्रसव के बाद दोनों नवजात बच्चियों को सांस लेने में परेशानी थी। इस कारण दोनों बच्चियों को एसएनसीयू (SNCU) में भर्ती करा दिया गया है। वहीं दोनों महिलाओं को कोविड सेंटर (Covid center) में ही रखा गया है। इस दौरान दोनों प्रसुताओं की विशेष निगरानी के लिए एक-एक परिजन को रखा गया है। ताकि उनकी देखभाल की जा सके।
अब तक 10 संक्रमित महिलाओं का कराया गया है प्रसव
कोरोना काल (Corona period) में तमाम समस्याओं के बीच सुरक्षित प्रसव बड़ी चुनौती बनकर उभरा है। ऐसे माहौल में नवजात और मां दोनों की सेहत की चिंताओं के बीच अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 10 संक्रमित महिलाओं का प्रसव कराया गया है।
इसमें सिर्फ एक महिला के मृत शिशु का जन्म हुआ था। शेष 9 महिलाओं का सुरक्षित प्रसव कराकर डॉक्टरों ने मिसाल पेश की है। खास बात यह है कि एक भी नवजात कोरोना संक्रमित नहीं हुआ है।