उदयपुर। शिव मंदिर प्रांगण में स्थापित मां दुर्गा की प्रतिमा की पूजा-अर्चना लगातार नौ दिन चलने के बाद दसवें दिन मंगलवार को धूमधाम से गाजे बाजे के बीच विसर्जन किया गया। वहीं आतिशबाजी के बीच रावण दहन भी किया गया। 15 अक्टूबर से नवरात्रि का त्योहार मूर्ति स्थापना के साथ प्रारंभ हुआ था। नौ दिन तक चले इस आयोजन में दुर्गा पूजा समिति द्वारा महिलाओं के लिए गरबा, बच्चों की डांस प्रतियोगिता सहित विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए थे।
नगर के बड़ी संख्या में लोग इसमें शामिल हुए प्रतियोगिता में शामिल प्रतिभागियों को समिति द्वारा उचित इनाम भी प्रदान किया गया। सोमवार को विशेष हवन-पूजन और पूर्णाहुति की गई। मंगलवार को विजयदशमी पर्व पर विधि-विधान से मां दुर्गा की प्रतिमा विसर्जित की गई। इससे पूर्व माता रानी की प्रतिमा के समक्ष लोगों ने एक दूसरे को गुलाल लगाकर बधाई दी।
विदाई गीत ‘नवरातर नौ दिन माई दसम दिन बिदाई’ के बजते ही उपस्थित सभी लोग भावुक हो गए और आंखों से आंसू छलकने लगे। मां दुर्गा की प्रतिमा के साथ लोग नगर भ्रमण करने के बाद दहन स्थल पर पहुंचे। फिर यहां भव्य आतिशबाजी के बीच रावण दहन किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में स्थानीय दुर्गा पूजा समिति, युवा मित्र मंडली और शारदा महिला मंडल सहित उदयपुर नगर के आमजनों का योगदान रहा।