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बढ़ा आई फ्लू का खतरा: नवोदय विद्यालय के 120 छात्र मिले संक्रमित, जानें लक्षण व बचाव के उपाय

Eye flu: मौसम में अचानक बदलाव के कारण मौसमी बीमारियों के साथ-साथ मेडिकल कॉलेज अस्पताल में पहुंच रहे आई फ्लू के मरीज, नवोदय विद्यालय के 120 छात्र मिले संक्रमित

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Eye flu

Navodaya Vidyalaya students health checkup

अंबिकापुर. Eye flu: बरसात के कारण मौसम में अचानक बदलाव के साथ मौसमी बीमारियों के साथ-साथ प्रदेश में आई फ्लू कंजक्टिवाइटिस फैला हुआ है, ग्रामीण, शहरी क्षेत्रों में इसका प्रभाव देखने को मिल रहा है। क्योंकि प्रतिदिन मेडिकल कॉलेज अस्पताल अम्बिकापुर में अधिक संख्या में आई फ्लू कंजक्टिवाइटिस के मरीज आ रहे हैं। पिछले दिनों कलेक्टर के निर्देश पर जवाहर नयोदय विद्यालय खलिबा अंबिकापुर के छात्रों का स्वास्थ्य एवं नेत्र परीक्षण किया गया। इसमें लगभग 120 बच्चे आई फ्लू से संक्रमित पाए गए हैं।


आई फ्लू से पीडि़त इन छात्रों का इलाज मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आरएन गुप्ता के मार्गदर्शन में डॉ. रंजन टोप्पो नेत्र रोग विशेषज्ञ की टीम द्वारा आई ड्रॉप, ऑइन्टमेंट, खाने की दवाएं उपलब्ध कराई गर्इं।

विकासखण्ड स्तर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आरएन गुप्ता द्वारा नेत्र सहायक अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं, कि सभी आवासिय विद्यालय में जाकर संक्रमित बच्चों की जांच व सामान्य उपचार तत्परता से करें। वहीं आम लोगों को आई फ्लू से बचने के लिये डॉ. रजत टोप्पो नेत्र रोग विशेषज्ञ द्वारा विभिन्न सुझाव व सामान्य उपचार बताए गए हंैं।

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आई फ्लू के सामान्य लक्षण
आंख मे चुभन, पानी आना, हल्का दर्द के साथ लाल होना, कभी-कभी हल्का बुखार व छींक आना, सामान्य आई फ्लू के लक्षण हैं।


ये हैं बचाव के तरीके
संक्रमित व्यक्ति अपने आंख में बार-बार हाथ लगाता है, कोशिश करें पीडि़त से हाथ न मिलाएं, उनके उपयोग किए किसी भी रूमाल, टॉवेल, चादर व तकिया का इस्तेमाल न करें। पीडि़त व्यक्ति अपने आंखों को बार-बार न छुएं व अपने हाथों को साफ रखें। पीडि़त व्यक्ति आंख की साफ कपड़े से हल्के गुनगुने पानी से सेकाई करें।

संक्रमित व्यक्ति हो सके तो काला चश्मा लगाएं। वहीं संक्रमित आंख को देखने से इस बीमारी के फैलने की धारणा केवल भ्रम है। यह बीमारी केवल सम्पर्क से ही फैलती है।


सामान्य उपचार
तुरंत सामान्य उपचार के लिए आई ड्रॉप का उपयोग दिन में एक-एक बूंद 5 बार कर सकते हैं। इस बार इंफेक्शन वायरल व बैक्टिरियल मिश्रित होने के कारण डॉक्टर की सलाह पर जरूरी दवाई लें। इसके लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल में नेत्र रोग विशेषज्ञ की सलाह लें, जिससे सही समय पर बचाव हो सके।


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