एसीएस जैन ने कहा कि अन्य राज्यों से धान की आवक को रोकने के लिए सीमाओं पर स्थित चेक पोस्ट पर निगरानी दल गठित कर 24 घंटे डयूटी लगाएं। सीमा से लगे हुए समितियों में धान खपाने में मदद करने वाले स्थानीय अधिकारी, कर्मचारियों या कोई भी हो, उन पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी। निगरानी दल जब्त किए गए वाहन पर नियमानुसार कार्यवाही करे तथा कलेक्टर (Collector) और खाद्य सचिव को इसकी जानकारी तत्काल दें।
अतिरिक्त मुख्य सचिव जैन ने कहा कि अन्य राज्यों से धान केवल मुख्य मार्गों से ही नहीं बल्कि साइड रोड या जंगल के रास्ते से भी आ सकते है। ऐसे में इन रास्तों में भी सख्त निगरानी रखने की आवश्यकता है। चार पहिया वाहनों के साथ ही बाइक से भी धान का परिवहन (Paddy transporting) हो सकता है, इसलिए बाइक में बोरी लादकर लाने वालों पर भी नजर रखें।
सीमावर्ती क्षेत्रों में पेट्रोलिंग बढ़ाएं। उन्होंने कहा कि केवल अन्य राज्यों से धान की आवक पर ही निगरानी रखे। अंतर जिला धान के परिवहन पर बंदिश नहीं है। उन्होंने कहा कि किसानों को धान बेचने में किसी प्रकार की दिक्कत नहीं होनी चाहिए। छोटे किसानों को भी समर्थन मूल्य में धान (Support price of Paddy) बेचने का फायदा मिले। टोकन केवल एक सप्ताह का जारी करें।
वीडियो कांफ्रेंसिंग में पुलिस महानिरीक्षक रतन लाल डांगी, पुलिस अधीक्षक टीआर कोशिमा, डीएमओ आरपी पांडेय व जिला सहकारी बैंक के नोडल अधिकारी पीएस परिहार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
3 दिन में तैयारी पूरी करने के निर्देश
बैठक में धान उपार्जन केंद्रों में तैयारी संबंधी 34 पॉइंट के चेक लिस्ट (Check list) के आधार पर सभी तैयारी अगले 3 दिन में सुनिश्चित करने कहा गया। इसके साथ ही नए स्वीकृत उपार्जन केंद्रों में चबूतरा निर्माण धान खरीदी अर्थात 1 दिसम्बर से पहले पूर्ण कराने के निर्देश दिए।
बारदाने संग्रहण की समीक्षा करते हुए निर्देशित किया गया कि पीडीएस दुकानो से शत-प्रतिशत बारदानों का संग्रहण सुनिश्चित करें और ऑनलाइन प्रविष्टि भौतिक सत्यापन के बाद ही कराएं।
43 उपार्जन केंद्रों में होगी धान की खरीदी
प्रभारी कलेक्टर कुलदीप शर्मा ने बताया कि जिले में धान खरीदी (Paddy procurement) की तैयारी तेजी से चल रही है। इस वर्ष जिले के 39 समितियों के अंतर्गत 43 उपार्जन केंद्रों में धान खरीदी होगी। कुछ दिन पूर्व स्वीकृत उपार्जन केंद्रों को छोडक़र बाकी उपार्जन केन्द्रों चबूतरा निर्माण का कार्य पूर्ण हो चुका है।