जिला कांग्रेस कार्यालय कोठीघर में बुधवार को कांग्रेस की राष्ट्रीय स्क्रीनिंग कमेटी की टीम पहुंची हुई थी। इसकी जानकारी जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा सभी बूथ के कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों को पूर्व से दे दी गई थी। इसकी वजह से सुबह से ही स्क्रीनिंग कमेटी के सदस्यों के सामने अपनी दावेदारी पेश करने के लिए कोठीघर में समर्थनों के साथ पहुंचने का दौर जारी था।
स्क्रीनिंग कमेटी के दोनों सदस्यों ने सबसे पहले लुण्ड्रा विधानसभा के कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। वर्तमान विधायक चिंतामणी महाराज की उम्मीदवारी को सभी तय मान रहे थे लेकिन सबसे अधिक विरोध उनका ही कार्यकर्ताओं ने किया। चिंतामणी महाराज के अलावा अन्य उम्मीदवार पर विचार करने की बात कही गई।
सीतापुर विधायक अमरजीत भगत की उम्मीदवारी तय मानी जा रही है लेकिन उनके खिलाफ भी १४ उम्मीदवारों ने चुनाव लडऩे का दावा किया है। अमरजीत भगत के अलावा सभी दावेदारों ने अनिल निराला के नाम का समर्थन करते हुए विधानसभा चुनाव के लिए टिकट दिए जाने की मांग की।
लुण्ड्रा की तासीर नहीं पुन: विधायक चुना जाना
वर्तमान विधायक चिंतामणी महाराज का विरोध करते हुए कार्यकर्ताओं ने स्क्रीनिंग कमेटी के सदस्यों को कहा कि लुण्ड्रा विधानसभा क्षेत्र की तासीर ऐसी नहीं है कि वहां किसी भी विधायक ने रिपीट किया हो। इसलिए कांग्रेस उम्मीदवार बदला जाना चाहिए। इसके साथ ही पूर्व विधायक रामदेव राम ने भी अपनी दावेदारी पेश की।
जीतने वाले उम्मीदवार को ही प्राथमिकता
पत्रकारों से चर्चा करते हुए स्क्रीनिंग कमेटी के सदस्य अश्वनी कोटवाल व प्रदेश प्रभारी अरुण उरांव ने कहा कि कांग्रेस को गुजरात व पंजाब चुनाव के दौरान पहले उम्मीदवारों के नामों के घोषणा किए जाने से काफी सकारात्मक परिणाम मिले। उसी अनुभव के आधार पर छत्तीसगढ़ में भी कांग्रेस द्वारा जल्द ही उम्मीदवारों के घोषणा किए जाने की उम्मीद जताई है।