
Young man admit in Medical college hospital,Young man admit in Medical college hospital,Young man admit in Medical college hospital
अंबिकापुर. Fraud: एक युवक जीवन और मौत से मेडिकल कॉलेज अस्पताल में जूझ रहा है। वह एक वर्ष पूर्व आग से झुलस गया था। काफी दिनों तक इसका इलाज सूरजपुर में चला। इसके बाद पिछले ३ माह से वह मेडिकल कॉलेज अस्पताल अंबिकापुर में भर्ती है, लेकिन उसे देखने वाला कोई नहीं है। दुख की बात यह है कि इसकी बहन ने इलाज कराने के नाम पर भाई की जमीन तक भी बिकवा दी, लेकिन मिली रकम का इलाज में उपयोग नहीं किया। सारी रकम खुद रख ली। वहीं अस्पताल में जीवन और मौत से जूझ रहे भाई को देखने तक नहीं आ रही है। वहीं साथ में कोई परिजन नहीं होने के कारण युवक का पूरी तरह से इलाज भी नहीं हो पा रहा है।
शहर से लगे अजिरमा निवासी सुब्रत दास एक वर्ष पूर्व सूरजपुर जिले में बारात गया था। वहीं वह आग की चपेट में आ जाने से गंभीर रूप से झुलस गया था। उसे इलाज के लिए प्रेमनगर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां कई महीनों तक इलाज चला। इसके बाद उसे सूरजपुर जिला अस्पताल में रेफर कर दिया था।
इसके बाद तबियत में कुछ सुधार होने पर उसे छुट्टी दे दी गई थी। पुन: तबियत खराब होने पर उसे अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 3 महीने पूर्व भर्ती कराया गया था। अच्छा इलाज कराने के नाम पर सुब्रत की बहन व जीजा ने जमीन बेचने को कहा।
झांसे में आगर सुब्रत ने अपनी जमीन बेच दी, लेकिन सारी रकम बहन रख ली। रुपए लेने के बाद बहन व जीजा अब उसे देखते तक नहीं आ रहे हंै। अब वह पिछले 3 महीने से जीवन और मौत के बीच अस्पताल में जूझ रहा है।
रायपुर किया गया है रेफर
सुब्रत को प्लास्टिक सर्जरी की आवश्यकता है। मेडिकल कॉलेज में उसका इलाज संभव नहीं है। चिकित्सकों ने उसे रायपुर रेफर कर दिया है। पर साथ में कोई परिजन नहीं होने के कारण उसे रायपुर नहीं ले जाया जा रहा है।
सुब्रत का कहना है कि बहन काजल साहू व जीजा दीपक साहू ने उसकी साढ़े 4 लाख की जमीन बिकवा दी और सारे रुपए खुद रख लिए हैं।
Published on:
10 Apr 2023 09:45 pm
बड़ी खबरें
View Allअंबिकापुर
छत्तीसगढ़
ट्रेंडिंग
