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बारिश से बचने बरगद पेड़ के नीचे बैठा था किसान, अचानक आसमान से गिरी आफत, बैठे हालत में हो गई मौत

Sky lightning: खेती-किसानी के काम से खेत में गया था किसान, देर शाम तक घर नहीं लौटने पर परिजनों ने शुरु की खोजबीन लेकिन नहीं चला पता, दूसरे दिन महिला ने पेड़ के नीचे शव देख परिजनों को दी सूचना

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अंबिकापुर/बतौली. Sky lightning: बतौली ब्लॉक के ग्राम पंचायत सुवारपारा में एक व्यक्ति की आकाशीय बिजली की चपेट में आने से मौत हो गई। वह बारिश से बचने के लिए बरगद पेड़ के नीचे बैठा था। इस दौरान आकाशीय बिजली गिरने से उसकी मौत हो गई। इधर पूरी रात वह घर नहीं लौटने पर परिजन खोजते रहे। सुबह बरगद पेड़ के नीचे मृत अवस्था में पाया गया। उसकी लाश गांव की ही एक महिला ने देखा तो परिजनों व गांव वालों को सूचना दी।


सरगुजा जिले के बतौली ब्लॉक अंतर्गत ग्राम सुवारपारा निवासी बालक राम 55 वर्ष शनिवार की सुबह 11 बजे अपने खेत गया था। घर से खेत की दूरी आधा किलोमीटर है। दोपहर बाद 12-1 बजे मूसलाधार बारिश शुरु हो गई तो वह खेत के समीप ही बरगद के पेड़ के नीचे पानी से बचने के लिए बैठ गया।

इसी दौरान आकाशीय बिजली गिरने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई। शाम होने के बाद भी जब वह घर नहीं लौटा तो परिजन उसकी खोजबीन करने लगे। परिजन ने देर रात तक उसे सभी जगह ढूंढ लिया, लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला। रविवार की सुबह पुन: उसकी खोजबीन शुरु हुई।

अगल-बगल के गांव, खेत, खलिहानों में खोजा जाने लगा पर नहीं मिला। इसी बीच गांव की एक महिला दोपहर में नहाने बालक राम के खेत के पास गई। वहां पर बरगद पेड़ के नीचे बालक राम को मृत अवस्था में देख कर इसकी सूचना परिवार और गांव वालों को दी।

गांव वाले व परिजन जब पेड़ के नीचे पहुंचे तो उसे मृत अवस्था में पाया। आकाशीय बिजली गिरने से बालक राम की बैठे अवस्था में ही मृत्यु हो गई थी। गांववालों ने इसकी सूचना बतौली थाने में दी। पुलिस ने मर्ग कायम कर शव को पोस्टमार्टम करा परिवार को सौंप दिया।

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ग्रामीण क्षेत्रों में होती हैं अधिक घटनाएं
बारिश शुरू होते ही आकाशीय बिजली की घटनाएं बढ़ जातीं हंै। विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में आकाशीय बिजली गिरने की घटनाएं अधिक होती हैं। प्रशासन द्वारा स्कूल, पंचायत भवन व अन्य शासकीय भवनों पर वज्ररोधक यंत्र लगाने के निर्देश दिए गए हैं, इसके बावजूद भी ग्रामण क्षेत्रों में आकाशीय बिजली से मौत की घटनाएं होतीं हंै।

जिले के मैनपाट, बतौली, सीतपुर सहित अन्य जगहों पर आकाशीय बिजली की चपेट में आने से इस वर्ष अब तक चार से पांच लोगों की मौत की घटना सामने आ चुकी है।