
Thinthini stone
अंबिकापुर. पत्थर को हम यदि पत्थर से टकराए तो उससे कैसी आवाज आती है, ये तो आप सब जानते ही होंगे। कई पत्थरों का बर्ताव अलग-अलग होता है। आज हम आपको ऐसे पत्थर के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे आपस में टकराने पर मधुर ध्वनी निकलती है। पहली बार में आपको इससे बर्तन के खनकने की आवाज सुनाई देगी।
दूरदराज से लोग इस पत्थर को देखने आते हैं और टकराकर देखते हैं। वैज्ञानिक भी इस तिलिस्म पत्थर का रहस्य जान नहीं पाए हैं कि आखिर ऐसी आवाज इससे कैसे आती है। गांव के लोगों ने इस पत्थर का नाम 'ठिनठिनी पत्थर' रख दिया है। पत्थर से ठिन-ठिन की आवाज आने के कारण इसका यह नाम पड़ा। इस पत्थर का वास्तविक नाम फोनोटिक स्टोन है।
यह पत्थर छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में स्थित दरिमा हवाई पट्टी से लगे ग्राम छिंदकालो में स्थित है। मैनपाट पहुंचने वाले अधिकांश पर्यटक इस पत्थर को देखने जरूर जाते हैं।
यह स्थल संभाग मुख्यालय अंबिकापुर से 19 किमी दूर दरिमा मार्ग पर स्थित है। यहां चारपहिया व दोपहिया वाहनों से आसानी से पहुंचा जा सकता है। ठिनठिनी पत्थर को देखने दूरदराज से लोग आते हैं। इसे टूरिस्ट स्पॉट के रूप में विकसित किया जा सकता है।
ऐसा है ठिनठिनी पत्थर
ठिनठिनी पत्थर करीब 5 फीट की लंबाई व ढाई फीट की चौड़ाई लिए हुए हैं। यह रवादार व चमकदार दिखाई देता है। इसका वास्तविक नाम फोनोटिक पत्थर है। दूर से देखने पर यह सामान्य पत्थर की भांति ही नजर आता है लेकिन जैसे-जैसे आप इसके पास जाएंगे, यह आपको अपनी ओर आकर्षित कर लेगा। कॉलेज के स्टूडेंट्स व शोधार्थी भी इसपर शोध कर चुके हैं।
सुरक्षित रखने की आवश्यकता
ठिनठिनी पत्थर लोगों के लिए कौतुहल का विषय बना हुआ है। बार-बार इस पत्थर को दूसरे पत्थर से टकराने पर इसमें जगह-जगह गड्ढे हो गए हैं। ऐसे में इस पत्थर को सुरक्षित रखे जाने की आवश्यकता है। यदि इसे समय रहते सहेजा नहीं गया तो आने वाली पीढ़ी को यह पत्थर देखने को नहीं मिलेगी। ऐसे रहस्यमयी पत्थरों को संजोने की जरूरत है।
Published on:
27 Sept 2018 07:11 pm
बड़ी खबरें
View Allअंबिकापुर
छत्तीसगढ़
ट्रेंडिंग
