
Singer Swapnil Jaiswal
अंबिकापुर. सरगुजा के युवा संगीतकार स्वप्निल जायसवाल को यू-ट्यूब (You tube) चैनल ने 'सिल्वर प्ले बटन अवार्ड' से सम्मानित किया है। यूट्यूब ने स्वप्निल को यह सम्मान हाल ही में उसके एक लाख फॉलोअर्स की संख्या पूर्ण करने पर प्रदान किया। उन्हें यह अवार्ड बाई पोस्ट यूएसए से यू-ट्यूब ने भेजा है। यह अवार्ड पाने वाले वे छत्तीसगढ़ के पहले कलाकार हैं।
छत्तीसगढ़ में गायकी के क्षेत्र में यू-ट्यूब का सिल्वर प्ले बटन अवार्ड पाने वाले स्वप्निल पहले कलाकार हंै। स्वप्निल अब यू-ट्यूब चैनल पर 10 लाख फालोअर्स बनाने के लक्ष्य को लेकर चल रहे हैं, इसके साथ ही उनका मकसद बॉलीवुड में एक बेहतर गीतकार के रूप में अपनी पहचान स्थापित कर प्रदेश का नाम देश भर में फैलाना है।
अपनी इस सफलता के बाद शनिवार को स्वप्निल (Swapnil Jaiswal) ने प्रेस क्लब सरगुजा में पत्रकारों से चर्चा की। मूलत: उदयपुर विकासखंड के ग्राम रजबंधा निवासी स्वप्निल ने अपने सिंगिंग करियर की शुरुआत 3 वर्ष पूर्व की थी।
मुंबई में लम्बे समय तक संघर्ष करने के बाद वापस अपने शहर में आने के बाद स्वप्निल ने जोरदार प्रोडक्शन हॉउस की शुरुआत की और इसमें उनके मित्र शिव मंडल व अन्य दोस्तों ने काफी मदद की।
दोस्तों का सहयोग मिलने के बाद स्वप्निल ने अपना खुद का यूट्यूब चैनल बनाकर गाने कम्पोज करने का सिलसिला शुरू किया और लगातार अपने खुद के म्यूजिक एल्बम बनाकर यू-ट्यूब में अपलोड करते रहे।
500 फॉलोअर्स से शुरू हुआ सफर
स्वप्निल मूलत: हिंदी गाने ही गाते हंै जिन्हें लोगों द्वारा काफी पसंद किया जा रहा है और यह उसी का परिणाम है कि यूट्यूब चैनल में 500 फॉलोअर्स से शुरू हुआ सफर अब 1 लाख तक पहुंच चुका है। इस यू-ट्यूब की बदौलत ही स्वप्निल को सिंगिंग की दुनिया में लोगों ने पहचानना और ब्रेक देना शुरू किया है।
हाल ही में उन्होंने एक गुजराती फिल्म 'हत थै गई' गाना गया है वहीं वर्ष 2020 में आने वाली मराठी फिल्म के साथ ही वे-सीरीज के लिए भी उन्होंने गाने गए हैं। अब तक 50 से अधिक गाने गा चुके स्वप्निल ने यूट्यब पर सफर की शुरुवात 'तुझको मंै जितना चाहूं' गाने से की थी।
इसके साथ ही उन्होंने स्वच्छ भारत मिशन के तहत प्रोमो सॉन्ग भी रेकॉर्ड किया है जिसमें सरगुजा के लिए स्वच्छता में नंबर वन है अंबिकापुर का नाम व बिलासपुर के लिए स्वच्छ बिलासपुर मिलके बनाना है गाया है।
खैरागढ़ से की स्नातक की पढ़ाई
स्वप्निल जायसवाल के पिता डॉ. राजेंद्र जायसवाल वर्तमान में फूंदूरडिहारी पीएचसी में नेत्र सहायक के पद पर कार्यरत हैं। इससे पूर्व जनकपुर में रहकर पढऩे वाले स्वप्निल का चयन रीवा सैनिक स्कूल के लिए हुआ था परन्तु स्वास्थ्यगत कारणों से उन्हें अपनी पढ़ाई बीच में ही छोडऩी पड़ी।
पिता के स्थानांतरण के बाद स्वप्निल पुन: सरगुजा आ गए और केंद्रीय विद्यालय में पढ़ाई के साथ गायकी में रूचि दिखाई। इस दौरान उनके स्कूल के शिक्षकों के साथ ही दोस्तों और परिवार का सहयोग मिला। 12 वीं की पढ़ाई पूरी करने के बाद स्वप्निल ने खैरागढ़ विश्वविद्यालय से क्लासिकल और शास्त्रीय संगीत में स्नातक किया और फिर अपना खुद का स्टूडियो बनाने के लिए मुंबई साउंड इंजीनियरिंग की पढ़ाई की।
वहीं उनके सहयोगी शिव मंडल ने हैदराबाद से अपनी पढ़ाई की है व बाहुबली के प्रथम पार्ट में भी काम किया है। स्वप्निल के गानों की सराहना बॉलीवुड सिंगर और कम्पोजर अंकित तिवारी कर चुके है और उन्होंने उनके कार्यों की सराहना करने के लिए उन्हें मुंबई में अपने साथ भोजन पर भी बुलाया है।
Published on:
14 Sept 2019 07:33 pm
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