
वॉशिंगटन। कोरोना वायरस का डेल्टा वेरिएंट (Delta Variant of Coronavirus) ब्रिटेन के बाद अमरीका (America) में भी तेजी से फैल रहा है। इसे लेकर शीर्ष संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉक्टर एंथनी फाउची (Anthony Fauci) ने चेतावनी जारी करी है। उनका कहना है कि इस वैरिएंट के फैलने की दर काफी अधिक है।
वहीं विशेषज्ञों का मानना है कि अगर कोरोना का ये रूप ऐसे ही फैलता रहा, तो वर्ष अंत में एक बार फिर से अमरीका को महामारी के बढ़ते मामलों का सामना करना पड़ सकता है। भारत में डेल्टा प्लस वेरिएंट्स के 40 से अधिक मामले सामने आए हैं।
ब्रिटेन जैसे बन रहे हालात
व्हाइट हाउस (White House) में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एंथनी फाउची ने कहा कि अमरीका में आने वाले 20 फीसदी से ज्यादा मामले डेल्टा वेरिएंट (Delta Variant) के हैं। दो सप्ताह में यहां पर करीब 10 प्रतिशत मामलों सामने आ चुके हैं। उन्होंने कहा कि जिस तरह के हालात ब्रिटेन में बने हैं, उसी तरह के हालात यहां भी दिखाई देने लगे हैं। ऐसे में हमें अलर्ट रहने की जरूरत है।
तेजी से फैल रहा है इंफेक्शन
एंथनी फाउची के अनुसार अमरीका में संक्रमण के आंकड़ों पर नजर डालें तो पता चलता है कि यहां पर डेल्टा वेरिएंट का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। 8 मई के आसपास ये 9.9 फीसदी तक था। दो दिन में ही ये बढ़कर 20.6 तक पहुंच गया। इसलिए इस वेरिएंट से अमरीका को सावधान रहने की जरूरत है।
युवाओं के वैक्सीनेशन पर जोर
एंथनी फाउची के अनुसार अच्छी खबर ये है कि अमरीका की बनाई कोरोना वैक्सीन डेल्टा वेरिएंट पर भी असरदार है। इसका अर्थ ये है कि अमरीका को जहां इस वेरिएंट से खतरा है। वहीं हमारे पास इसे रोकने का एक कारगर हथियार भी है।
सबसे खतरनाक है डेल्टा वेरिएंट
गौरतलब है कि भारत में पाए जाने वाले कोरोना वायरस के डबल म्यूटेंट स्ट्रेन B.1.617.2 को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने डेल्टा नाम दिया है। दुनिया के करीब 60 से ज्यादा देशों ने डेल्टा वेरिएंट के मामले पाए जाने की पुष्टि की है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) इस वैरिएंट को पहले ही ‘वेरिएबल ऑफ कंसर्न’ मतलब खतरनाक या अधिक घातक माना गया है।
Updated on:
23 Jun 2021 09:18 pm
Published on:
23 Jun 2021 07:58 pm
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