28 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

म्यूलर रिपोर्ट: 400 पूर्व अभियोजकों का दावा, राष्ट्रपति नहीं होते ट्रंप तो कार्रवाई का करना पड़ता सामना

2016 के राष्ट्रपति चुनाव में रूस के साथ मिलकर चुनाव को प्रभावित करने का आरोप ट्रंप पर लगा है। विशेष वकील रॉबर्ट म्यूलर ने 22 महीने तक जांच करने के बाद अपनी रिपोर्ट सौंपी है। यह जांच रिपोर्ट 400 पेज का है, जिसका सारांश सार्वजनिक किया जा चुका है।

2 min read
Google source verification
अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप

म्यूलर रिपोर्ट: 400 पूर्व अभियोजकों का दावा, राष्ट्रपति नहीं होते ट्रंप तो कार्रवाई का करना पड़ता सामना

वाशिंगटन।अमरीका ( America ) में 2020 में राष्ट्रपति के चुनाव होने वाले है और उससे पहले राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ( President Donald Trump ) के लिए मुश्किलें खड़ी होती दिख रही है। दरअसल सोमवार को लगभग 400 के करीब पूर्व संघीय अभियोजकों ने एक संयुक्त पत्र लिखा है जिसमें म्यूलर रिपोर्ट का जिक्र करते हुए यह कहा है कि ट्रंप के खिलाफ सबूत हैं, पर केवल इसलिए कार्रवाई नहीं हो सकती है कि वे राष्ट्रपति हैं। पत्र में आगे कहा गया है कि विशेष वकील रॉबर्ट म्यूलर ( Robert Mueller ) की जांच रिपोर्ट में यह साफ है कि ट्रंप ने बाधा उत्पन्न की थी, जो कि कार्रवाई के लिए पर्याप्त है। हालांकि मौजूदा समय में न्याय विभाग नीति किसी भी वर्तमान राष्ट्रपति के खिलाफ कार्रवाई (अभियोग) करने की इजाजत नहीं देता है। लेकिन यह पत्र कांग्रेस में डेमोक्रेट्स की ओर से ट्रंप के खिलाफ सुनवाई करने और संभवतः रिपब्लिकन पार्टी के नेता के खिलाफ महाभियोग ( impeachment ) की कार्रवाई शुरू करने के प्रयासों को आगे बढ़ा सकता है। सभी अभियोजकों का आगे यह भी कहना है 'हमें विश्वास है कि म्यूलर की रिपोर्ट में राष्ट्रपति ट्रंप के आचरण को वर्णित किया गया है, जिसके परिणाम स्वरुप ही न्याय में बाधा डालने के कई गंभीर आरोप उनपर लगे हैं।’

म्यूलर रिपोर्ट रिलीज होने से पहले खड़े हुए सवाल, बर्र पर डोनाल्ड ट्रम्प की मदद करने का लगा आरोप

2016 चुनाव में रूस के साथ ट्रंप की मिलीभगत का आरोप

बता दें कि 2016 के राष्ट्रपति चुनाव के दौरान रूस की मदद से चुनावी कैंपेन को प्रभावित करने का आरोप डोनाल्ड ट्रंप पर लगा है। इन आरोपों की जांच के लिए विशेष वकील रॉबर्ट म्यूलर को सौंपा गया था। म्यूलर ने 22 महीने की लंबी जांच प्रक्रिया के बाद अपनी रिपोर्ट ज्यूडिशियरी कमेटी को सौंपी। यह रिपोर्ट 400 पन्नों का है। कांग्रेस में जमा करने से पहले इसके सारांश को सार्वजनिक किया गया था, जिसमें यह बात सामने आई थी कि ट्रंप के खिलाफ कोई सबूत नहीं है। इसके बाद से यह मांग की गई थी कि पूरे रिपोर्ट को सार्वजनिक किया जाए। लिहाजा इसके संशोधित संस्करण को सार्वजनिक किया गया। इसके बाद से अब कई बातें सामने आई है। विपक्ष दल डेमोक्रेट्स व अन्य अभियोजकों की ओर से कहा जा रहा है कि ट्रंप ने जांच प्रक्रिया में हस्तक्षेप किया था। बहरहाल, अब 400 से अधिक अभियोजकों ने पत्र लिखा है म्यूलर रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की बात कही है।

Read the Latest World News on Patrika.com. पढ़ें सबसे पहले World News in Hindi पत्रिका डॉट कॉम पर. विश्व से जुड़ी Hindi News के अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें Facebook पर Like करें, Follow करें Twitter पर.