हालांकि शुक्रवार की सुबह तूफान फ्लोरेंस को श्रेणी 4 से श्रेणी 1 में डाउनग्रेड कर दिया गया था लेकिन बाद में उसे अपग्रेड कर श्रेणी 2 में तब्दील कर दिया गया। अब भी उसकी वजह से लगभग 70 मील प्रति घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चल रही हैं। विलमिंगटन में एक पेड़ गिरने पर एक मां और उसके शिशु की मौत हो गई । अधिकारियों ने बताया कि किन्स्टन में 78 वर्षीय बुजुर्ग बिजली के झटकों से मारा गया। इसी शहर में 77 वर्षीय एक अन्य व्यक्ति की भी व्यक्ति की मौत हो गई। पेंडर काउंटी में दिल के दौरे से एक महिला की मौत हो गई।
शुक्रवार की रात को फ्लोरेंस को उष्णकटिबंधीय तूफान में श्रेणी में डाउनग्रेड किया गया था लेकिन इसके प्रभाव से अभी भी 70 मील प्रति घंटे की हवाएं चल रही हैं। अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि बारिश से अगले तक बाढ़ का प्रकोप रह सकता है। तूफान का केंद्र शुक्रवार को दक्षिण कैरोलिना से पार हो गया और एक अन्य तटीय शहर मर्टल की तरफ बढ़ रहा था।फ्लोरेंस के असर से शुक्रवार शाम उत्तरी कैरोलिना में 8 लाख लोग बिना बिजली के थे। रेस्क्यू टीमों ने न्यू बर्न शहर में सैकड़ों लोगों की जान बचाई है। जैक्सनविले में एक मोटल की इमारत ध्वस्त हो गई, जिसमें 60 से अधिक लोग बाल-बाल बचे।
उत्तरी कैरोलिना के न्यू बर्न में लगभग 9 फीट बाढ़ आ गई है। तेज हवाओं के चलते चीजें उड़ कर सड़क पर आ गईं। कारें, बिजली के खम्भे, यहां तक कि एयर फोर्स के विमान भी तूफान फ्लोरेंस में उड़ते नजर आए। इसके असर से तटीय निवासियों ने अपने आवास छोड़कर सुरक्षित जगहों पर जाने का फैसला किया। उत्तरी कैरोलिना में गोल्डसबोरो, स्मिथफील्ड, सेल्मा, प्रिंसटन और अन्य नगर पालिकाओं के लिए एक बाढ़ आपातकालीन चेतावनी जारी की गई है।
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