30 मिनट में मुंबई से न्यूयॉर्क
– अभी फ्लाइट के जरिए मुंबई से न्यूयॉर्क जाने में 15 घंटे लगते हैं जबकि बीएफआर सेवा शुरु होने के बाद महज 30 मिनट का समय लगेगा। बता दें कि मुंबई से न्यूयॉर्क की दूरी 12,530 किलोमीटर है।
– अभी फ्लाइट के जरिए मुंबई से न्यूयॉर्क जाने में 15 घंटे लगते हैं जबकि बीएफआर सेवा शुरु होने के बाद महज 30 मिनट का समय लगेगा। बता दें कि मुंबई से न्यूयॉर्क की दूरी 12,530 किलोमीटर है।
– न्यूयॉर्क से लंदन जाने में पूरे 8 घंटे लगते हैं जबकि बीएफआर से सिर्फ 29 मिनट में पहुंच जाएंगे।
– न्यूयॉर्क से शंघाई की दूरी तय करने में महज 30 मिनट लगेंगे।
BFR में सवार होकर आसान होगा सफर
अंतरिक्ष तकनीक के आधार पर बीएफआर नाम का नई सवारी धरती पर एक शहर से दूसरे शहर के बीच परिवहन की शक्ल बदल देगा। यह बीएफआर 106 मीटर ऊंचा और 9 मीटर लंबा होगा। हालांकि इसका किराया 2016 में पेश किए गए अंतरिक्ष मॉडल से थोड़ा ज्यादा होगा
अंतरिक्ष तकनीक के आधार पर बीएफआर नाम का नई सवारी धरती पर एक शहर से दूसरे शहर के बीच परिवहन की शक्ल बदल देगा। यह बीएफआर 106 मीटर ऊंचा और 9 मीटर लंबा होगा। हालांकि इसका किराया 2016 में पेश किए गए अंतरिक्ष मॉडल से थोड़ा ज्यादा होगा
BFR की खास बातें
बीएफआर बनाने के लिए पुराने रॉकेट का किया जाएगा इस्तेमाल। यह एक कैप्शूल की तरह ही होगा, जिसे आसानी से एक स्थान से दूसरे स्थान पर भेजा जा सकता है। ये फेल्कॉन 9 और ड्रेगन कैप्शूल की तरह ही होगा
बीएफआर बनाने के लिए पुराने रॉकेट का किया जाएगा इस्तेमाल। यह एक कैप्शूल की तरह ही होगा, जिसे आसानी से एक स्थान से दूसरे स्थान पर भेजा जा सकता है। ये फेल्कॉन 9 और ड्रेगन कैप्शूल की तरह ही होगा
मंगल पर इंसानों को भेजने की भी तैयारी
एलन मस्क की कंपनी स्पेस एक्स मंगल पर बस्ती बनाने की योजना पर भी काम कर रही है। 2016 में पहली बार मस्क ने आईएसी के दौरान ही मंगल पर इंसानी बस्ती बसाने की योजना का खाका पेश किया था। अगर कंपनी अपनी योजना के अमुसार काम करती रही तो 2024 तक मंगल पर इंसानों को भेजा जा सकता है। इसके लिए स्पेस एक्स एक खास तरह के रॉकेट को बनाने की योजना में है। जिसके लिए 2018 से काम शुरु हो जाएगा।
एलन मस्क की कंपनी स्पेस एक्स मंगल पर बस्ती बनाने की योजना पर भी काम कर रही है। 2016 में पहली बार मस्क ने आईएसी के दौरान ही मंगल पर इंसानी बस्ती बसाने की योजना का खाका पेश किया था। अगर कंपनी अपनी योजना के अमुसार काम करती रही तो 2024 तक मंगल पर इंसानों को भेजा जा सकता है। इसके लिए स्पेस एक्स एक खास तरह के रॉकेट को बनाने की योजना में है। जिसके लिए 2018 से काम शुरु हो जाएगा।