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2019 में केवल 30,000 शरणार्थियों को अमरीका में प्रवेश की मिलेगी अनुमति

अमरीकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने कहा अगले वित्तीय वर्ष में इसे लागू किया जाएगा, बीते साल यह संख्या 45,000 थी

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mike pompeo

2019 में केवल 30,000 शरणार्थियों को अमरीका में रहने की मिलेगी अनुमति

वाशिंगटन। डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने सोमवार को घोषणा की कि वह केवल 30,000 शरणार्थियों को अगले वर्ष से संयुक्त राज्य अमरीका में प्रवेश करने की अनुमति देगा। निर्णय की घोषणा करते हुए, अमरीकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने कहा कि प्रशासन एक अक्टूबर से शुरू होने वाले वित्तीय वर्ष 2019 में केवल तीस हजार शरणार्थियों और 2,80,000 शरण चाहने वालों को स्वीकार करेगा। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पिछले साल सितंबर में देश में प्रवेश करने वाले शरणार्थियों की संख्या सीमित कर दी थी। बीते साल करीब 45,000 शरणार्थियों को अमरीका में प्रवेश की अनुमति मिली थी।

शरणार्थियों की हर मुमकिन मदद करने को तैयार

अमरीकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने रेखांकित किया कि ट्रंप सरकार में शरणार्थियों के लिए रिआयत पर हमेशा से जोर दिया गया। दुनिया में यह प्रचार किया जा रहा है कि अमरीका शरणार्थियेां के साथ अन्याय कर रहा है। मगर ऐसा नहीं है अमरीका देश की सुरक्षा को लेकर सजग और शरणार्थियों की हर मुमकिन मदद करने को तैयार है। गौरतलब है कि सरिया में युद्ध के बाद बड़ी तादात में शरणार्थियों ने दूसरे यूरोपियन देशों में शरण ली है। वे अवैध तरीके से सीमाओं को लांग कर दूसरे देश में प्रवेश कर रहे हैं। इससे बचने के लिए अमरीका ने शरणर्थियों की एक सीमा तय कर दी है।

राष्ट्रहित के लिए इस नीति पर अमल जरूरी

शरणार्थी संकट से निपटने के लिए कई देशों ने अपने दरवाजे खोल दिए थे। इन देशों ने शरणार्थियों के लिए कैंप के साथ सभी तरह की मूलभूत जरूरतों को पूरा किया। मगर अमरीका में ट्रंप सरकार ने शरणार्थियों को लेकर आतंकी खतरे का संकेत दिया। उसका कहना था कि राष्ट्रहित के लिए इन पर काबू पाना जरूरी है। पोम्पियो का कहना है कि अमरीका की छवि को धूमिल करने की कोशिश हो रही है। मगर इस फैसले से देश की सुरक्षा जुड़ी हुई है। उन्होंने कहा कि देश को सुरक्षित बनाने के लिए इस तरह से कदम जरूरी है। इसका ये मतलब नहीं है कि शरणार्थियों की अनदेखी होगी। उन्होंने कहा कि विदेशियों की जांच करना उनका कर्तव्य है। इसे दुनिया के लोग दोषपूर्ण बताते हैं। हम दुनिया में सबसे उदार राष्ट्र बने रहे हैं। पिछले बराक ओबामा प्रशासन ने 2016 में लगभग 85,000 शरणार्थियों को भर्ती कराया था।