
न्यूयॉर्क। 2016 के अमरीकी राष्ट्रपति चुनाव में रूसी हस्तक्षेप के नए सबूत जारी करते हुए फेसबुक ने बताया है कि उसने 65 लाख रुपए से ज्यादा के ऐसे विज्ञापनों को चिह्नित किया है, जिन्हें एक फर्जी रूसी कंपनी ने जारी किया था।
फेसबुक के मुताबिक, ऐसे करीब 3000 विज्ञापन संदिग्ध पाए गए हैं। यह विज्ञान किसी खास प्रत्याशी से संबंधित नहीं हैं, बल्कि विभिन्न सामाजिक मुद्दों जैसे नस्लीयता, गे राइट्स, बंदूकों की निगरानी और आव्रजन पर जारी किए गए। यह जानकारी फेसबुक मुख्य सुरक्षा अधिकारी एलेक्स स्टामस ने एक पोस्ट के जरिये दी है।
जून 2015 से मई 2017 के बीच प्रसारित किए गए यह विज्ञापन करीब 470 फर्जी फेसबुक अकाउंट और पेजों के जरिये जारी किए गए। फेसबुक अधिकारी के मुताबिक, यह फर्जी फेसबुक अकाउंट इंटरनेट रिसर्च एजेंसी नामक रूसी कंपनी ने खोले। इन्हें फेसबुक ने ट्रोल अकाउंट के तौर पर चिह्नित किया है। इनके जरिये विभिन्न सोशल मीडिया पोस्ट और न्यूज वेबसाइट पर कमेंट भी किए गए।
फेसबुक का यह बयान राष्ट्रपति चुनाव में रूसी हस्तक्षेप पर बड़ा खुलासा माना जा रहा है। अमरीकी खुफिया एजेंसियों के मुताबिक रूस ने हिलेरी क्लिंटन के अभियान को नुकसान पहुंचाने और डोनाल्ड ट्रंप को फायदा देने की नीयत से यह काम किया।
इस बारे में हुई कई जांचों से यह पता चला है कि रूस के अमरीकी चुनाव में हस्तक्षेप और डोनाल्ड ट्रंप के अभियान के बीच कोई सांठगांठ थी। माना जाता है कि ट्रंप के आठ माह के राष्ट्रपति कार्यकाल में इसका असर दिखता है।
Published on:
07 Sept 2017 08:02 pm
बड़ी खबरें
View Allअमरीका
विदेश
ट्रेंडिंग
