अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के अनुसार ईरान को सबक सिखाने के लिए इस योजना को तैयार किया गया था। मगर जब बड़ी मात्रा में लोगों के मारे जाने की बात सामने आई तो इसे टाल दिया गया। ट्रंप ने ये बात एक इंटरव्यू के दौरान वाइट हाउस में कहीं। गौरतलब है कि अमरीकी ड्रोन गिराए जाने के मामले पर ईरान ने सफाई दी है कि ड्रोन ने उसके एयरस्पेस का उल्लंघन किया है। वहीं वॉशिंगटन का कहना है कि ड्रोन को इंटरनेशनल एयरस्पेस में गिराया गया है।
ईरान द्वारा अमरीका ? का ड्रोन गिराए जाने के बाद से दोनों देशों के बीच संबंध बिगड़े हुए हैं। ईरान से तेल के निर्यात में रुकावट की आशंका के चलते शुक्रवार को तेल की कीमतें 1 प्रतिशत बढ़कर 65 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गई हैं। अमरीका अपनी कूटनीतिक चाल चल रहा है। वह चाहता है कि ईरान युद्ध के डर उसकी सारी शर्तें मान ले।
ओमान की खाड़ी मे तेल टैंकरों पर हुए हमले के बाद से अमरीका ईरान पर लगातार दबाव बना रहा है। अमरीकी ड्रोन को गिराए जाने के बाद से उसने और आक्रामक रुख अख्तियार कर लिया है। ट्रंप का कहना है कि ईरान को अपने परमाणु कार्यक्रमों को बंद कर देना चाहिए। ईरान परमाणु हथियारों का गलत इस्तेमाल कर सकता है।