
वॉशिंगटन. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ‘अमरीका फर्स्ट नीति कामयाब होती दिख रही है। अमरीका में बेरोजगारी की दर गिरकर 4.1 फीसदी पर पहुंच गई है। 17 साल में यह सबसे बड़ी कामयाबी बताई जा रही है। अमरीकी श्रम विभाग ने बताया कि देश में दो विनाशकारी तूफानों इरमा और हार्वे के झटकों के बावजूद अर्थव्यवस्था पटरी पर लौट आई है।
अमरीका ने 2,61,000 बेराजगारों को नौकरियों दीं, जिसके बाद बेरोजगारी की दर गिरकर 4.1 प्रतिशत तक पहुंच गई।
नई टैक्स के ऐलान के बाद नौकरियां मिलनी शुरू
इससे पहले अक्टूबर में ट्रंप ने नई टैक्स योजना की घोषणा करते हुए वादा किया था कि वे अमरीकी लोगों को ज्यादा से ज्यादा नौकरियां देंगे। यूएस अर्थव्यवस्था में अक्टूबर में 2,61,000 नौकरियों के अवसर पैदा हुए। इस माह में 3,10,000 नौकरियों के अवसर पैदा होने की उम्मीद थी। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव सारा सैंडर्स ने कहा कि जब से ट्रंप ने राष्ट्रपति पद संभाला, तब से अब तक 15 लाख नौकरियों के अवसर पैदा हुए।
विनिर्माण जैसे क्षेत्रों में बढ़े अवसर
हरिकेन तूफान के चलते सितंबर में 98,000 लोगों ने नौकरियां गंवाईं। हालांकि, इसके बाद हालात सुधरे हैं। दोबारा 89,000 लोगों को अक्टूबर में नौकरियां मिली हैं।
तकनीकी क्षेत्र में स्थानीयता पर जोर
ट्रंप के आने के बाद से तकनीकी कंपनियों ने नौकरियों के लिए स्थानीय लोगों को अहमियत दिया है। उल्लेखनीय है कि इस क्षेत्र में सॉफ्टवेयर कंपनियां भारतीयों को ज्यादा अहमियत देती रही हैं।
भारत नहीं आएंगे ट्रंप
गौरतलब है कि अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप पांच नवंबर से एशिया महादेश के दौरे पर हैं। 11 दिवसीय दौरे के दौरान वो जापान, दक्षिण कोरिया, चीन, वियतनाम और फिलीपींस जाएंगे। हालांकि इस दौरे में वे भारत नहीं आएंगे। पिछले 25 सालों में किसी अमरीकी राष्ट्रपति का ये सबसे लंबा एशियाई दौरा होगा।ये दौरा ऐसे समय हो रहा है जब परमाणु कार्यक्रम और मिसाइल परीक्षणों को लेकर उत्तर कोरिया के साथ तनाव अपने चरम पर है।
Published on:
04 Nov 2017 11:58 pm
बड़ी खबरें
View Allअमरीका
विदेश
ट्रेंडिंग
