
वाशिंगटन। अलकायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन की मौत को सात साल गुजरने के बाद, उस मिशन में शामिल रहे अमरीकी पूर्व नौसेना अधिकारी रॉबर्ट ओ नील ने उस एनकाउंटर से जुड़े अपने अनुभव साझा किए। एबटाबाद परिसर में छापा मारने वाले इस कमांडो ने कहा कि मिशन से पहले उन्होंने यह मान लिया था कि वे इस दौरान उनके बचने की उम्मीद नहीं है। उनका कहना है कि इस मिशन के लिए घर से निकलते समय उन्होंने अपने परिवारवालों को अलविदा तक कह दिया था। बता दें कमांडो ने ये बातें एबटाबाद मिशन की सातवीं वर्षगांठ के मौके पर मीडिया से हो रहे बातचीत के दौरान कहीं।
ओसामा बिन लादेन की मौत उनकी ही गोली से हुई
नील ने कहा 2011 में हुए ‘नौसेना सील टीम सिक्स’ नाम के इस मिशन का हिस्सा होना बेहद ही गर्व की बात थी। उन्होंने ये भी दावा किया कि ओसामा बिन लादेन की मौत उनकी ही गोली से हुई थी। गौरतलब है कि दुनिया के सबसे खतरनाक आतंकवादियों में से एक ओसामा, अमरीकी नौसेना की एक टीम के एनकाउंटर में मारा गया था। उसकी मौत पाकिस्तान के एबटाबाद में दो मई 2011 में हुई थी।
'अपने बच्चों और घरवालों को अलविदा भी कह दिया था'
मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि, 'हमने अपनी मौत स्वीकार कर ली थी। अपने बच्चों और घरवालों को अलविदा भी कह दिया था। इस मिशन में शामिल होना गर्व की बात थी। मुझे अपने सभी साथी कमांडो पर गर्व है।'
हवाई जहाज में जान में जान आई
आगे उन्होंने बताया कि जब लादेन को मार गिराने के बाद ये मिशन पूरा हुआ और वह और उनकी टीम पाकिस्तान से अमरीका के लिए हवाई मार्ग से रवाना हुए तब उनकी जान में जान आई। तब उन्हें यकीन हुआ कि वह जिंदा बच गए हैं।
Published on:
03 May 2018 10:51 am
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