गौर हो, डोनाल्ड ट्रंप अमरीका-मेक्सिको से अवैध आव्रजकों की आवाजाही रोकने के लिए दीवार बनवाना चाहते हैं। वह इसके लिए 5.2 अरब डॉलर की मांग कर रहे हैं और इस दीवार को जरूरी मानते हैं। जबकि डेमोक्रैट्स इस कदम को ‘करदाताओं’ के पैसे की बर्बादी बता रहे हैं।
इस संकट के कारण सरकार का काम-काज ठप पड़ गया है, जिससे लोगों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यह मुद्दा व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति ट्रंप और कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के बीच हुई बैठक के बाद भी नहीं सुलझा। कृष्णमूर्ति ने शुक्रवार को एक इंटरव्यू में कहा कि- ‘हम कुछ वास्तविक अवरोधक लगाने के लिए तैयार हैं। निश्चित तौर पर सीमा पर पहले से ही 700 मील तक बाड़ लगी हुई है।’
कृष्णमूर्ति ने कहा कि सीमा की सुरक्षा पर राष्ट्रपति ट्रंप इतनी बार अपना रुख बदल चुके हैं कि यह समझना बहुत मुश्किल हो गया है कि वह आखिर चाहते क्या हैं। उन्होंने कहा कि- ‘निजी तौर पर मेरे हिसाब से हमें अवैध आव्रजन से निपटना होगा और हमारी सीमाओं को सुरक्षित रखना होगा। मेरे हिसाब से सीमा की सुरक्षा बढ़ाए जाने को लेकर बहुत समर्थन है। किंतु दीवार के लिए कोई समर्थन नहीं है।’