
बुलट कि सवारी से निकले एसपी ने खगांली थानो कि हकीकत
अमेठी. अमेठी के पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ऐसे अधीकारी हैं, जो कि अपने एक्शन की वजह से जाने जाते हैं। इनकी कार्यशैली से प्रभावित अमेठी के लोग अक्सर तारीफ भी करते हैं। अनुराग आर्य ने 3 अगस्त, 2018 को कमान संभाली थी। सारी सुविधाएं होने के बावजूद इन्हें सरकारी गाड़ी की जगह मोटरसाइकिल और साइकिल पर पैट्रोलिंग करना ज्यादा पसंद है।
आत्मविश्वास का होना जरूरी
सामान्य परिवार से ताल्लुक रखने वाले अनुराग आर्य के माता पिता चिकित्सक के पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय माता पिता के साथ अपने कुछ खास दोस्तों को भी दिया। सिविल की परीक्षा की तैयारी के दौरान 3-4 घंटे अखबार पढ़ने की वजह से उन्हें एग्जाम के दौरान काफी मजबूती मिली। उन्होंने बताया कि इन तैयारियों की पढ़ाई में आत्मविश्वास का होना बहुत जरूरी है।
बता दें कि अनुराग आर्य ने 2012 में सिविल सर्विसेज का एग्जाम दिया और फर्स्ट एटेम्पट में ही उन्हें सफलता मिल गई। वर्ष 2013 में उनका रिजल्ट आया और उन्होंने बैंक की नौकरी छोड़ दी, जिसके बाद 2014 में वो आईपीएस की 11 महीने की ट्रेनिंग के लिए हैदराबाद चले गए। वर्ष 2015 में अनुराग को ट्रेनी के तौर पर पहली पोस्टिंग गाजियाबाद में मिली। यहां 5 महीने गुजारने के बाद 2016 में उनकी पोस्टिंग वाराणसी में हुई, जहां उन्होंने 16 महीने बतैर सीओ काम किया। इसके बाद 2017 में उन्हें अमेठी में एसपी की पोस्टिंग मिली।
आम जनता अनुराग आर्य की कार्यशैली से प्रभावित
पुलिस चौकियों पर औचक निरीक्षण करने की वजह से अनुराग आर्य की शहर में काफी चर्चाएं होती रहती हैं। उन्होंने बताया कि अचानक चेकिंग के लिए निकलने से काफी नई चीजें पता चलती हैं। वे देर शाम अपने आवास से खुद बुलट कि सवारी कर जनपद के थानों व खाकी कि कार्यशैली की हकीकत खंगालने निकल पड़े एसपी ने पहले तो अमेठी के गौरीगंज चौराहे पर चेकिंग अभियान के लिए पुलिस यातायात बैरियर लगवाया, फिर यहां से निकलकर एसपी ने सगरे तिराहे पर अपनी बाईक को किनारे खडी कर चेकिंग अभियान शुरू कर वाहनों के कागजात जाचें। इसके बाद मुशीगंज पहुंचकर उन्होंने मिली गयी कमियों के मामले में थाना प्रभारी को निर्देश दिए। पुलिस को जानकारी होते ही आनन फानन में सभी पुलिस कर्मी मौके पर पहुंच वाहनों की जांच पड़ताल में जुट गए।
एसपी अनुराग आर्य का ये कोई नया नयाब तरीका नही है। वे आए दिन बिना किसी सुरक्षा कर्मी के अकेले ही सिविल ड्रेस में हेलमेट लगाए निकल पड़ते हैं और खाक छानने के साथ किसी भी कोतवाली का औचक निरीक्षण भी कर लेते हैं। पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य के इस अनोखी पहल व कार्यशैली से एक ओर जहां पुलिस विभाग में हड़कम्प मचा हुआ है, तो वहीं इस कार्य प्रणाली की आम जनता तारीफ करती है।
Updated on:
11 Nov 2018 02:48 pm
Published on:
11 Nov 2018 12:33 pm
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