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चुनाव से पहले कांग्रेस को झटका, यह बड़ा मुस्लिम नेता हुआ भाजपा में शामिल, दिया यह बयान

2014 में राहुल गांधी की जीत का निर्णायक मुस्लिम वोटर और नेताओं का कांग्रेस से मोह भंग होता जा रहा है।

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अमेठी. 2014 में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की जीत का निर्णायक मुस्लिम वोटर और नेताओं का कांग्रेस से मोह भंग होता जा रहा है। अब तिलोई विधानसभा के दो बार के जीते पूर्व विधायक मोहम्मद मुस्लिम ने बीजेपी का दामन थामा है। बुधवार को योगी सरकार के मुस्लिम मंत्री के समक्ष राजधानी लखनऊ में उन्होंने बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की। 72 वर्षीय कद्दावर नेता एवं पूर्व विधायक डा. मुस्लिम ने कहा है कि हमारी कौम और जात में एक हव्वा (डर) पैदा किया है सपा-बसपा और कांग्रेस ने मिलकर कि बीजेपी आपको खा जायेगी। 'आ जायेगी तो पाकिस्तान खदेड़ देगी।'

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मोदी के आने से देश का कोई नुकसान नहीं-

उन्होंने सवालिया अंदाज में कहा कि, बीजेपी में खराबी क्या है, जो लोग भाग रहे हैं। मोदी जी ने जो नारा दिया 'सबका साथ सबका विकास' कौन सा गुनाह किया उन्होंने? इससे पहले जो लोग सत्ता में थे, उनका हाल देखे ही हैं। नाम नहीं लूंगा किसी का। "मोदी के आने से देश का कोई नुकसान नहीं, देश तरक्की है।" उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि क्षेत्र का विकास हो। क्षेत्र के लोगों को इंसाफ मिले। वर्तमान में तिलोई से बीजेपी विधायक तिलोई राजा मयन्केश्वर शरण सिंह से तीन चुनाव में शिकस्त खाने के बाद भी पूर्व विधायक का तेवर उनके प्रति नरम दिखा और कहा कि हम लोग मिलकर काम करेंगे, कोई दिक्कत थोड़े है।

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सपा से पहले बार बने थे विधायक-

आपको बता दें कि पूर्व विधायक डा. मुस्लिम ने सबसे पहले वर्ष 1996 में सपा के टिकट पर चुनाव लड़ कर तिलोई के मौजूदा विधायक को 14 हजार 588 वोट से पराजित किया था। फिर लगातार दो बार 2002 और 2007 में मयन्केश्वर शरण सिंह से ही पराजित हुए थे। 2002 में विधायक मयन्केश्वर ने बीजेपी के टिकट पर और 2007 में सपा के टिकट पर उन्हें धूल चटाई थी। हालांकि 2012 में डा. मुस्लिम कांग्रेस के टिकट पर जीत दर्ज कराने में कामयाब हुए थे। इसके बाद 2017 में कांग्रेस ने उन्हें टिकट नहीं दिया और ये सीट कांग्रेस के हाथ से निकल गई।