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अमेठी-लखनऊ-वाराणसी राजमार्ग पर लगे बोर्ड पर सियासी बवाल, महाराणा प्रताप पर टिप्पणी करने पर मचा बवाल

पोस्टरवॉर के बाद अमेठी कि सियासत एक बार फिर गरमा गई है। लखनऊ-वाराणसी राजमार्ग पर जगदीशपुर के अंतर्गत जाफर जंग के पास सड़क पर लगे एक बोर्ड पर महान योद्दा महाराण प्रताप को लेकर की गई टिप्पणी पर हल्ला मच गया है

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अमेठी-लखनऊ-वाराणसी राजमार्ग पर लगे बोर्ड पर सियासी बवाल, महाराणा प्रताप पर टिप्पणी करने पर मचा बवाल

अमेठी-लखनऊ-वाराणसी राजमार्ग पर लगे बोर्ड पर सियासी बवाल, महाराणा प्रताप पर टिप्पणी करने पर मचा बवाल

अमेठी. पोस्टरवॉर के बाद अमेठी कि सियासत एक बार फिर गरमा गई है। लखनऊ-वाराणसी राजमार्ग पर जगदीशपुर के अंतर्गत जाफर जंग के पास सड़क पर लगे एक बोर्ड पर महान योद्दा महाराण प्रताप (Maharana Pratap) को लेकर की गई टिप्पणी पर हल्ला मच गया है। दरअसल, लखनऊ वाराणसी राजमार्ग पर जाफर गंज के निकट सड़क पर एक बड़ा बोर्ड लगवाया गया था। द्वार पर एक ओर राज्य मंत्री सुरेश पासी का चित्र जबकि दूसरी ओर महान योद्धा महाराणा प्रताप का चित्र बना हुआ है। द्वार पर सम्राट महाराणा प्रताप द्वारा लिखा गया है कि समय इतना बलवान होता है कि एक राजा को भी घास की रोटी खिला सकता है। इसी कथन को लेकर विभिन्न लोगों ने इसे राजपूत राजा का अपमान बताते हुए लोगों ने इस पर विरोध जताया है। इस मामले में सियासी दखल भी शुरू हो गया है। कांग्रेस एमएलसी ने इसकी शिकायत जिला प्रशासन से की और अल्टीमेटम दिया। विवाद बढ़ने के बाद प्रशासन ने इस बोर्ड को तत्काल हटा दिया।

दीपक सिंह ने बताया गंदी विचारधारा वाले

दीपक सिंह ने इसे गंदी विचारधारा वाला कदम बताया है। उन्होंने कहा है कि सुरेश पासी ने गौरवशाली इतिहास का अपमान किया है। यह बोर्ड उस गंदी विचारधारा को बयां करता है जिन्होंने लिखित माफी मांगकर अंग्रेजों की अधीनता स्वीकार की थी। दीपक सिंह ने कहा कि मंत्री की विचारधार उन लोगों की है जो अभी तक कांग्रेस के महापुरुषों का अपमान करती थीं। अमेठी में कीचड़ से अनाज की बात कहकर अपमानित करती थी। अब उनकी विचारधारा इतना नीचे गिर गई है। महाराणा प्रताप का ऐसा अपमान अब बर्दाश्त नहीं होगा।

जिलाधिकारी ने हटवाया बोर्ड

कांग्रेस एमएलसी दीपक सिंह ने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर इसे सत्ता के महामंत्री द्वारा महापुरुषों का अपमान बताया है। मामले में सियासी दखल के बाद प्रशासन हरकत में आ गया। जिलाधिकारी अरुण कुमार ने बोर्ड को हटवा दिया। इस संबंध में पीडब्‍ल्‍यूडी के ईएक्सईएन आर के चौधरी ने बताया कि वह सड़क अभी एनएचआई के अधीन है। ऐसे में बोर्ड आदि का कार्य भी उन्हीं से अनुमति लेकर करवाया गया होगा। डीएम अरुण कुमार ने कहा कि बोर्ड से विवादित अंश को हटवा दिया गया है।

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