
Maha Kumbh 2025: दुनिया के सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन महाकुंभ 2025 में जमीन न मिल पाने की वजह से स्वामी अभय चैतन्य मौनी बाबा उदास मन से वापस चले गए। मौनी बाबा अमेठी से ताल्लुक रखते हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मौनी बाबा पांच लाख 51 हजार रुद्राक्ष, 11 हजार त्रिशूल व 11-11 फीट के लोहे से बने ज्योतिर्लिंग लेकर कई दिनों तक मेले में घूमते रहे। उन्होंने मेला प्रशासन के कई दिन तक चक्कर लगाए और जमीन के लिए कई पत्र भी लिखे। इसके बावजूद मेला प्रशासन की तरफ से उन्हें कोई सार्थक परिणाम नहीं मिला।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मौनी बाबा ने आरोप लगाया है कि वह अनुष्ठान की सामग्री लेकर मीरा सत्संग मंडल के शिविर में रुके थे। उन्होंने महाकुंभ में जमीन और सुविधा के लिए मेला प्रशासन के अधिकारियों से कई बार आग्रह किया, लेकिन कुछ नहीं हुआ। इस बार मेला प्रशासन ने उन्हें जमीन नहीं दी, जबकि हर साल माघ मेला में उन्हें जमीन आवंटित होती है।
स्वामी अभय चैतन्य मौनी बाबा प्रयागराज में लगने वाले महाकुंभ में भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने, बांग्लादेश में हिंदुओं की रक्षा, आतंकवाद का समूल विनाश करने, सेना को मजबूत करने, भारत की अर्थव्यवस्था बढ़ाने, बेटियों की रक्षा व भ्रूण हत्या बंद करने तथा महाकुंभ के दिव्य-भव्य आयोजन के निमित्त महाकुंभ में यज्ञ आदि का अनुष्ठान करने के संकल्प से मेला क्षेत्र में आए थे। इस मामले को लेकर पत्रिका ने मेला अपर अधिकारी से बातचीत की। उन्होंने कहा, “ऐसी कोई बात नहीं है। आज उन्हें महाकुंभ में जमीन दिखाई जाएगी।”
Published on:
21 Dec 2024 12:10 pm
बड़ी खबरें
View Allअमेठी
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग
