MP News: मुख्यमंत्री डॉ. यादव(CM Mohan Yadav) ने शनिवार को आगर मालवा में आयोजित भव्य रक्षाबंधन कार्यक्रम में बड़ी घोषणा करते हुए कहा, आगर-मालवा-उज्जैन के बीच फोरलेन बनेगा। रेल मंत्री से बात हुई है। रेल की भी जल्द सौगात मिलेगी।
MP News: आज अद्भुत आनंद का दिन है। बहनों ने स्नेह के साथ मेरी कलाई पर रक्षा सूत्र बांधा है। इस आशीर्वाद को जीवनभर याद रखूंगा। बहनों का आशीर्वाद हमारी सरकार के साथ है। ये बातें सीएम डॉ. मोहन यादव ने शनिवार को आगर-मालवा में हुए कार्यक्रम में कहीं। वे हेलीपैड से पहले नगराधीपति बाबा बैजनाथ महादेव के दर्शन को पहुंचे। पूजा के बाद लाड़ली बहनों से राखी बंधवाई। बहनों ने उन्हें मिठाई खिलाई व झूला झुलाया। सीएम ने कन्याओं का पूजन कर उन्हें उपहार भी दिए। इस दौरान बड़ी घोषणा करते हुए सीएम ने कहा, आगर-उज्जैन के बीच फोरलेन बनेगा। रेल मंत्री से बात हुई है। रेल की भी जल्द सौगात मिलेगी।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव शनिवार को आगर मालवा जिले के बाबा बैजनाथ महादेव धाम में श्रावण पर्व के अवसर पर आयोजित भव्य रक्षाबंधन कार्यक्रम में शामिल हुए। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि बहनें चिंता न करें, आने वाला समय महिलाओं का ही है। राज्य की विधानसभा हो या देश की लोकसभा सब में महिलाओं का प्रतिनिधित्व बढ़ने वाला है। उन्होंने कहा कि भारतीय तीज-त्यौहारों में एक संदेश छूपा होता है, जो समझने की जरूरत है। हम कुटुंब परम्परा के संवाहक है। भाई-बहन इसी परम्परा को आगे बढ़ाते हैं। बहनों के आशीष से हर घर में बरकत है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि विरोधी लोगों की बातों में कभी न आएं। प्रदेश की कोई भी जनकल्याणकारी योजना बंद नहीं होगी। अभी बहनों को हर महीने 1250 रूपए मिल रहे हैं। इसी रक्षाबंधन को 250 रूपए शगुन के रूप में दिए हैं। उन्होंने कहा कि आने वाली दीपावली की भाईदूज से लाड़ली बहनों को हर महीने 1500 रूपए दिए जाएंगे। इसी तरह साल दर साल राशि बढ़ाते हुए वर्ष 2028 तक हमारी सरकार बहनों को 3000 रूपए महीने देगी। उन्होंने कहा कि बहनों के लिए सब कुर्बान है, बहनों के लिए हम कोई कमी नहीं कखेंगे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि आगर-मालवा जिले की तकदीर और तस्वीर जल्दी बदलने वाली है। यहां करीब 4 हजार करोड़ की बड़ी राशि का निवेश हो रहा है। यहां आलू से जुड़े उत्पादों का बड़ा कारखाना स्थापित होने वाला है। इससे यहीं के लोगों को रोजगार मिलेगा। किसानों को उनके द्वारा उगाए जा रहे आलू की लागत से चार गुना ज्यादा कीमत मिलेगी।