अगार मालवा

Success Story: LIC एजेंट का बेटा UPSC क्लीयर कर बना अफसर

Success Story: 'जिनमें जिद होती है वे हर मुश्किल को पार कर आगे बढ़ते है। मैंने एक लक्ष्य धारण किया था और पिता व परिवार के सपने को साकार किया है..'

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Success Story: संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की सिविल सेवा परीक्षा 2024 का फाइनल रिजल्ट मंगलवार दोपहर को जारी हो गया है। मध्यप्रदेश के प्रतिभागियों ने भी यूपीएससी में शानदार सफलता हासिल की है और उन्हीं में से एक हैं आगर मालवा जिले के आयुष जैन। आयुष ने मुश्किल परिस्थितियों में भी हार नहीं मानी, 4 बार असफलता हासिल होने के बाद अपनी लगन बरकरार रखी और अब UPSC की परीक्षा क्लियर की है।

आयुष ने हासिल की 344वीं रैंक

हर विद्यार्थी का सफर एक जैसा नहीं होता। किसी को सुविधाएं मिलती हैं तो कोई संघर्ष की दीवारों को पार करते हुए आगे बढ़ता है। कुछ इसी तरह के संघर्ष की कहानी आगर मालवा के आयुष जैन की है। आयुष जैन 344वीं रैंक हासिल की है और जैसे ही उनका रिजल्ट आया तो मानो पूरे शहर में खुशी की लहर दौड़ गई। संभवत: आयुष शहर के पहले युवक हैं जिनने यूपीएससी में सफलता हासिल की है।


LIC एजेंट हैं पिता

भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) में एजेंट के रूप में काम करने वाले अजय जैन का सपना था कि उनका बेटा आयुष आईएएस बने। बेटे ने पिता के संघर्ष और सपने को समझा और 5 साल के कठिन परिश्रम के बाद यूपीएससी की परीक्षा में सफलता हासिल की। वो 4 बार यूपीएससी में फेल भी हुए लेकिन इसके बाद भी हौसला नहीं टूटने दिया, हर बार ज्यादा लगन से मेहनत की और अब ऑल इंडिया में 344वीं रैंक कर अफसर बन गए हैं।



'जिनमें जिद होती है वो हर मुश्किल पार कर लेते हैं..'

पत्रिका ने जब आयुष जैन से बात की तो उन्होंने अपने संघर्ष के बारे में बताया। आयुष ने कहा कि शुरुआती दौर में उन्हें भरोसा नहीं था कि वो कभी यूपीएससी की परीक्षा पास कर पाएंगे लेकिन मम्मी-पापा ने हमेशा हौसला बढ़ाया। परिवार से दूर रहा तभी भी और जब घर पर रहा तब भी हर दिन 15-18 घंटे तक पढ़ाई की। आयुष ने कहा कि किसी भी यूपीएससी प्रतिभागी की यात्रा आसान नहीं होती। जिनमें जिद होती है वे हर मुश्किल को पार कर आगे बढ़ते है। मैंने एक लक्ष्य धारण किया था कि पिता व परिवार के सपने को साकार करना है और आज सफलता मिली है।

Published on:
22 Apr 2025 08:01 pm
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