UP News: आगरा में मेयर हेमलता दिवाकर के भतीजे आकाश की ई-बस के परिचालक से कहासुनी हो गई। बात इतनी बढ़ी कि मामला मारपीट तक पहुंच गया। पुलिस का दावा है कि बस में तोड़फोड़ की सूचना पर बीच-बचाव करने पहुंचे सिपाही की मेयर के भतीजे ने वर्दी फाड़ दी। थाने पर भी पुलिसकर्मियों को धमकी दी। उधर मेयर ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
Agra Mayor Hemlata Diwakar: यूपी की ताजनगरी आगरा की मेयर हेमलता दिवाकर का भतीजा आकाश चौधरी आदर्श नगर रकाबगंज में रहता है। बुधवार को दोपहर तीन बजे आकाश अपने साथी सोहेल और दो अन्य के साथ बिजलीघर पर ई-बस में चढ़ रहे थे। इस दौरान उसका हाथ बस के दरवाजे में आ गया। इससे खून निकल आया। इस पर उन्होंने परिचालक शिव कुमार से शिकायत की। आरोप लगाया गया कि आकाश ने शिव कुमार से अभद्रता की। चालक आया तो उससे भी भिड़ गया। बस का शीशा तोड़ दिया। सूचना पर ट्रैफिक पुलिस के सिपाही राजेश कुमार पहुंचे। उनसे भी अभद्रता की और उनकी वर्दी फाड़ दी। बाद में रकाबगंज पुलिस पहुंच गई आरोपी को पकड़ लिया।
पुलिस का कहना है कि आरोपी ने थाने में भी पुलिसकर्मियों को धमकी दी। रकाबगंज थाना प्रभारी निरीक्षक शैली राणा ने बताया कि आगरा मेयर के भतीजे आकाश ने पहले परिचालक शिव कुमार से अभद्रता की। चालक से भी भिड़ गया। बस का शीशा तोड़ दिया। हंगामा किया। यह देखकर मौके पर लोग जुट गए। जाम लग गया। जिस पर ट्रैफिक पुलिस के सिपाही राजेश कुमार मौके पर पहुंचे। मेयर के भतीजे ने उनसे भी अभद्रता की। वर्दी पर हाथ डाला। कॉलर फाड़ दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस आकाश और उसके दोस्तों को रकाबगंज थाना पर ले आए।
दूसरी ओर मेयर हेमलता दिवाकर ने कहा कि पुलिस जो बोल दे वो पत्थर की लकीर हो जाती है। किसी को नहीं पता कि मेरे परिवार और मुझे कितना टार्चर किया गया। मेरा भतीजा घायल हो गया था। इस पर सवारियों ने परिचालक को डांटा। उसने गालीगलौज की। आकाश की कहासुनी हो गई। इस पर परिचालक चौकी पर ले गए। वहां पर आकाश की पिटाई की। पुलिसकर्मी ने अपना कॉलर खुद फाड़ा। आकाश पर आरोप लगा दिया। थाने लाकर शिकायत की।
मेयर का आरोप है कि नौ पुलिसकर्मियों ने आकाश की पिटाई की। बेरहमी से पीटा। जिस हाथ में चोट लगी, उसे तोड़ने का प्रयास किया। महापौर का भतीजा बताने पर गालियां दीं। बार-बार पीटा गया। अब कह रहे हैं कि लूट का सामान लगाकर जेल भिजवाओ। अगर, जांच की जाए तो पता चल जाएगा कि एक अकेला व्यक्ति पुलिसकर्मी की वर्दी फाड़ सकता है या नहीं। वह अपराधी नहीं है। इसके बावजूद बेरहमी से पीटा। पूरे प्रकरण से पुलिस आयुक्त को अवगत कराया।
मेयर का कहना है कि पुलिस आयुक्त ने एक बार उनकी बात सुनी। फिर फोन उठाना बंद कर दिया। यह अच्छी स्थिति नहीं है। ऐसा इल्जाम लगाना गलत है। उधर, रकाबगंज थाना प्रभारी शैली राणा ने बताया कि आकाश और उसके साथी नशे में थे। उन्होंने थाने में भी पुलिसकर्मियों को धमकाया। इस पर परिचालक की तहरीर पर सरकारी कार्य में बाधा, मारपीट, तोड़फोड़, गालीगलौज, जान से मारने की धमकी की धारा में केस लिखा है। दो आरोपी आकाश और सोहेल को गिरफ्तार कर लिया है।
-आगरा से प्रमोद कुशवाह की रिपोर्ट