उत्तर प्रदेश के आगरा के जिलाधिकारी, अरविंद मलप्पा बंगारी ने ताजमहल की व्यवस्थाओं का निरीक्षण करने के लिए एक अनोखा तरीका अपनाया। वह शनिवार सुबह करीब साढ़े छह बजे ताजमहल के पूर्वी गेट स्थित पार्किंग तक पहुंचे। यहां उन्हें काफी अव्यवस्था हुई।
आगरा डीएम ने क्रीम रंग का पुलओवर और काले रंग की हाफ पैंट पहनी थी ताकि कोई उन्हें पहचान न सके और उनका निरीक्षण वास्तविक स्थिति पर आधारित हो सके। जब वह शिल्पग्राम और ताजमहल के पूर्वी गेट पर पहुंचे तो उन्हें पर्यटकों की लंबी लाइन दिखाई दी।
आगरा डीएम को वहां एक अप्रत्याशित अनुभव का सामना करना पड़ा। पार्किंग कर्मचारी से अपनी गाड़ी के लिए जगह मांगने पर कर्मचारी ने ना सिर्फ अभद्र भाषा का प्रयोग किया बल्कि उसे सही तरीके से जवाब देने की बजाय उसने अपने कार्य में लापरवाही भी दिखाई। जब डीएम ने कर्मचारी से उसकी पहचान और यूनिफार्म के बारे में पूछा तो कर्मचारी ने उन्हें ‘चचा अपने काम से काम रखो’ कहकर डपट दिया।
डीएम ने महसूस किया कि पार्किंग में अन्य कई अनियमितताएं भी हैं। विशेषकर दिव्यांग व्यक्तियों के लिए किराए में भी मनमानी दिखाई दी। विभिन्न कर्मचारियों ने अलग-अलग शुल्क तय कर रखा था और विदेशी पर्यटकों से अधिक किराया लिया जा रहा था।
इस घटना के बाद डीएम ने तत्काल पुलिस को बुलाया और वहां की स्थिति को नियंत्रित किया। यह घटना चर्चा का विषय बन गई क्योंकि एक अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल पर ऐसे कर्मचारी का व्यवहार अस्वीकार्य था। डीएम ने इस घटना के माध्यम से अधिकारियों को चेतावनी दी कि ताजमहल जैसे प्रमुख स्थल पर ऐसी लापरवाही और बदसलूकी कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।