अहमदाबाद शहर के असारवा इलाके में स्थित दादा हरि की ऐतिहासिक वाव के पास शुक्रवार सुबह एक दीवार अचानक धराशायी हो गई। असारवा रेलवे यार्ड के समीप इस दीवार के गिरने के चलते इसमें दबने के कारण दो लोगों की मौत हो गई, जबकि अन्य तीन लोग जख्मी हो गए।
अहमदाबाद शहर के असारवा इलाके में स्थित दादा हरि की ऐतिहासिक वाव के पास शुक्रवार सुबह एक दीवार अचानक धराशायी हो गई। असारवा रेलवे यार्ड के समीप इस दीवार के गिरने के चलते इसमें दबने के कारण दो लोगों की मौत हो गई, जबकि अन्य तीन लोग जख्मी हो गए। घायलों को उपचार के लिए 108 एंबुलेंस की मदद से असारवा स्थित सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची अहमदाबाद शहर दमकल विभाग की टीम ने लोगों की मदद से मलबे को हटाने और दबे लोगों को बचाने का काम किया।
अहमदाबाद दमकल विभाग के मुख्य दमकल अधिकारी जयेश खडिया ने बताया कि शुक्रवार सुबह हुई इस घटना में दीवार गिरने के चलते उसके मलबे में पांच व्यक्ति दब गए थे। सूचना मिलते ही टीम मौके पर पहुंची। जब तक टीम पहुंची तब तक स्थानीय लोगों ने दो लोगों को बाहर निकाल लिया था, इन दोनों ही व्यक्तियों की मौत हो चुकी थी। अन्य तीन घायलों को स्थानीय लोगों की मदद से बाहर निकालकर उपचार के लिए सिविल अस्पताल में भेजा है। इसके अलावा यहां पार्क कार भी क्षतिग्रस्त हो गई। जेसीबी की मदद से दीवार के गिरे हुए मलबे को हटाया गया।मृतकों में एक की शिनाख्त मानसिंह जाट (55) और दूसरे की शिनाख्त सिद्दिक पठान (40) के रूप में की गई है। तीन घायल लोगों में एक का नाम गणपत सिंह वाघेला (50) है, जबकि दूसरे का नाम महेन्द्र ठाकोर (37) है। तीसरे का नाम शहीद निजामुद्दीन (40) है।
असारवा यूथ सर्कल के प्रमुख संजय पटेल ने कहा कि असारवा रेलवेे यार्ड के पास स्थित दीवार काफी जर्जरित हो चुकी थी। इसके अलावा रेलवे यार्ड में काम चल रहा है, जिससे उसकी मिट्टी को दीवार के किनारे डाला जा रहा है। मिट्टी डाले जाने के चलते दबाव पड़ने से दीवार धराशायी हो गई, इसके चलते यह घटना हुई, जिसमें दो लोगों को अपनी जिंदगी खोनी पड़ी। तीन अन्य जख्मी हैं। इस मामले में रेलवे प्रशासन को जांच करनी चाहिए और कदम उठाने चाहिए। उन्होंने मृतकों को मुआवजा दिए जाने की भी मांग की।