बेचते थे चाइनीज गैंग को सिम कार्ड
अहमदाबाद. गुजरात में लगातार साइबर अपराधों में बढ़ोतरी हो रही है। अहमदाबाद शहर की साइबर क्राइम ब्रांच ने डिजिटल अरेस्ट के एक मामले में बड़ी सफलता हासिल की है। टीम ने ऐसे दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है जो डिजिटल अरेस्ट जैसे धोखाधड़ी वाले चाइनीज गिरोह के सदस्यों को फर्जी तौर पर सिम कार्ड उपलब्ध करा रहे थे।अहमदाबाद शहर में पिछले दिनों 86 लाख से अधिक की डिजिटल अरेस्ट केस के मामले में इन दोनों आरोपियों को महाराष्ट्र से गिरफ्तार किया है। साइबर क्राइम के अनुसार इस मामले में कोल्हापुर जिले राजारामपुरी निवासी ऋषिकेश उर्फ ऋषभ जयकर तथा कर्नाटक के बेलगाम जिले के चिकोडी निवासी सुरेश गुडिम नामक दो आरोपियों को महाराष्ट्र के थाणे जिले से गिरफ्तार किया है। बताया गया है कि दोनों आरोपी फर्जी कंपनी के सिमकार्ड जारी करते थे। इन सिमकार्ड की मदद से डिजिटल अरेस्ट जैसी धोखाधड़ी की वारदातों को अंजाम दिया जाता था।
साइबर क्राइम ब्रांच के अनुसार आरोपी ऋषिकेश व सुरेश गुडिम ने एक दो नहीं बल्कि 2500 से अधिक सिम कार्ड अवैध रूप से जारी किए हैं। अन्य व्यक्तियों के नाम पर स्टार मल्टी सॉल्यूशन नामक कंपनी खोल कर एक कंपनी के लगभग 550 सिम हासिल किए थे। ये सभी सिमकार्ड इन्टरनेशनल एयरपोर्ट पर दिए गए। अनेक ब्लैंक सिम कार्ड को स्वाइप कर री एक्टिवेट करवाए गए। इस तरह से लगभग 2500 कार्ड अवैध रूप से दिए।
अहमदाबाद शहर क्राइम ब्रांच में एक व्यक्ति ने शिकायत दर्ज करवाई थी कि गत 4 जून से 27 जून तक उसे एक अज्ञात व्यक्ति फोन करता था। उस दौरान शिकायत कर्ता से कहा गया था कि उसके बैंक अकाउंट का उपयोग कर मनी लॉन्ड्रिंग में हुआ है। उसके बाद सुप्रीम कोर्ट का फर्जी समन भी शिकायतकर्ता को भेजा गया था। इसके वीडियो कॉल के माध्यम से 24 घंट तक नजर रख कर 86.22 लाख रुपए जबरन ऐंठ लिए गए। इस संबंध में शिकायत के बाद साइबर क्राइम ने जांच शुरू की थी।