आणंद. जिले के खंभात िस्थत कॉमर्स कॉलेज के स्नातकोत्तर छात्रों ने ई-फास्ट अभियान की शुरुआत की।नवरात्रि के अवसर पर इन छात्रों ने आणंद के डी.एन. हाईस्कूल में छात्रों को गरबा और लोकगीतों के माध्यम से मोबाइल का कम से कम उपयोग करने और मोबाइल उपवास यानी ई-फास्ट का संकल्प दिलाया।छात्रों ने समझाया कि जिस तरह […]
आणंद. जिले के खंभात िस्थत कॉमर्स कॉलेज के स्नातकोत्तर छात्रों ने ई-फास्ट अभियान की शुरुआत की।
नवरात्रि के अवसर पर इन छात्रों ने आणंद के डी.एन. हाईस्कूल में छात्रों को गरबा और लोकगीतों के माध्यम से मोबाइल का कम से कम उपयोग करने और मोबाइल उपवास यानी ई-फास्ट का संकल्प दिलाया।
छात्रों ने समझाया कि जिस तरह शरीर को स्वस्थ रखने के लिए उपवास किया जाता है, उसी प्रकार मन और तन को स्वस्थ रखने के लिए मोबाइल उपवास ज़रूरी है। परिवार के सदस्य घर पर साथ बैठते हैं, लेकिन सब मोबाइल में व्यस्त रहते हैं। मित्र मिलते हैं, फिर भी मोबाइल की वजह से एक-दूसरे से दूर हो रहे हैं।
यह भी समझाया गया कि संवाद की कमी के कारण युवा पीढ़ी का मानसिक संतुलन और सामाजिक रिश्ते कमजोर हो रहे हैं। इसी समस्या पर जागरूकता फैलाने के लिए यह अभियान शुरू किया गया। कॉलेज के स्नातकोत्तर विभाग के छात्रों और डी.एन. हाईस्कूल के 200 से अधिक छात्रों ने मिलकर संकल्प लिया कि वे रोज़ाना छह घंटे तक मोबाइल का उपयोग नहीं करेंगे और सोशल मीडिया से दूरी बनाएंगे।
कॉलेज के छात्रों ने ना व्हाट्सएप वापरूं, ना फेसबुक वापरूं, मां-बाप के सपने पूरे करने हैं, मुझे मोबाइल का उपवास करना है, ना चैटिंग करूं, ना सेटिंग करूं, मां-बाप के सपने पूरे करने हैं, मुझे मोबाइल का उपवास करना है गरबा गीत गाया।
कॉमर्स कॉलेज स्नातकोत्तर विभाग के प्राचार्य और प्रोजेक्ट डायरेक्टर डॉ. हसन राणा ने कहा मोबाइल के अत्यधिक उपयोग के खिलाफ युवाओं को जागरूक करने के लिए यह एक नवाचार है। हमारा प्रयास है कि बच्चे और युवा स्वयं कम से कम मोबाइल का उपयोग करें। इसी उद्देश्य से हमने गरबा गीत तैयार किया है, ताकि संदेश रोचक ढंग से समाज तक पहुंचे। यह पहल केवल एक अभियान नहीं, बल्कि आने वाली पीढ़ी को मोबाइल की लत से बचाने का एक सकारात्मक प्रयास है।