दो दिन रहेगा जारी, गेज परिवर्तन से तेज-सुरक्षित और अधिक कुशल रेल सेवा मिलेगी हिम्मतनगर. हिम्मतनगर-खेड़ब्रह्मा को जोड़ने वाले ब्रॉडगेज प्रोजेक्ट का पश्चिम रेलवे मंडल के रेल सुरक्षा आयुक्त इ. श्रीनिवास ने मंगलवार को निरीक्षण आरंभ किया। यह निरीक्षण बुधवार और गुरुवार को भी जारी रहेगा। इस गेज परिवर्तन से तेज, सुरक्षित और अधिक कुशल […]
हिम्मतनगर. हिम्मतनगर-खेड़ब्रह्मा को जोड़ने वाले ब्रॉडगेज प्रोजेक्ट का पश्चिम रेलवे मंडल के रेल सुरक्षा आयुक्त इ. श्रीनिवास ने मंगलवार को निरीक्षण आरंभ किया। यह निरीक्षण बुधवार और गुरुवार को भी जारी रहेगा। इस गेज परिवर्तन से तेज, सुरक्षित और अधिक कुशल रेल सेवा मिल पाएगी।
हिम्मतनगर-खेड़ब्रह्मा गेज परिवर्तन प्रोजेक्ट के तहत यह कार्य इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट और कंस्ट्रक्शन अनुबंध के तहत किया जा रहा है। मंगलवार को हिम्मतनगर से जादर तक 20 किमी की दूरी तक मोटर ट्रॉली से निरीक्षण किया गया। टीम ने स्टेशन सुविधाओं, ट्रैक ज्योमेट्री, घुमाव, पुलों और रोड अंडर ब्रिज की विस्तृत जांच की। निरीक्षण टीम में अहमदाबाद के मंडल रेल प्रबंधक वेद प्रकाश, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी (निर्माण) प्रदीप गुप्ता, मुख्य ट्रैक इंजीनियर, मुख्य परिचालन प्रबंधक तथा निर्माण और ओपन लाइन विभागों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे।
हिम्मतनगर से इडर (31 किमी) तक वर्तमान चरण में खोलने का लक्ष्य है। वहीं, इडर से खेड़ब्रह्मा (23.83 किमी) तक सितंबर में खोलने का लक्ष्य है। एक बार आरंभ होने पर आधुनिकीकृत लाइन यात्रियों के लिए यात्रा का समय कम करेगी। जादर के निवासियों ने आशा व्यक्त करते हुए कहा कि यह प्रोजेक्ट क्षेत्र में आर्थिक विकास को गति देगा। वर्तमान में, जादर और हिम्मतनगर के बीच बसें एक से डेढ़ घंटे का समय लेती हैं, जिससे कनेक्टिविटी और बाजार तक पहुंच सीमित है। ट्रेनें शुरू होने के बाद किसानों और व्यापारियों को गेहूं, सब्जियों और सूखे अनाज को अहमदाबाद के बाजारों तक पहुंचाने पर बेहतर दाम मिल सकते हैं। एक स्थानीय व्यापारी ने कहा कि यह रेलवे समय की बचत करेगी, परिवहन लागत कम करेगी और व्यापार के नए अवसर खोलेगी।
यह प्रोजेक्ट गुजरात के साबरकांठा जिले में 55 किमी की दूरी को कवर करेगा, इसे 2 जून 2022 को 482 करोड़ रुपए की लागत से स्वीकृति मिली थी। इस प्रोजेक्ट के तहत पुरानी मीटर गेज लाइन को बेहतरीन ब्रॉड गेज ट्रैक से बदला जा रहा है, जिससे उच्च गति, बेहतर सुविधा और बढ़ी हुई मालवाहक क्षमता सुनिश्चित होगी।