अजमेर

महिला प्रोफेसर को डिजिटल अरेस्ट कर ठगी का आरोपी सूरत से गिरफ्तार

अजमेर की महिला प्रोफेसर समेत सात लोगों से 48.78 लाख की ठगी, ठग ने महिला प्रोफेसर को कोर्ट का डर दिखाकर किया था अकाउंट खाली कराया -सूरत क्राइम ब्रांच ने गैंग से जुड़े एक आरोपी को जहांगीरपुरा इलाके से दबोचा, अजमेर साइबर पुलिस को सौंपा

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Sep 26, 2025
महिला प्रोफेसर को डिजिटल अरेस्ट कर ठगी का आरोपी सूरत से गिरफ्तार

अजमेर(Ajmer News). साइबर अपराधियों ने डिजिटल अरेस्ट कर अजमेर की महिला प्रोफेसर सहित देशभर के सात लोगों से 48.78 लाख रुपए की ठगी के आरोपी को सूरत क्राइम ब्रांच की टीम की मदद से गिरफ्तार किया है। साइबर थाना पुलिस उसको गुजरात सूरत से गिरफ्तार कर अजमेर लेकर आ रही है। आरोपी को बैंक खातों में रकम ट्रांसफर करने की एवज में कमीशन मिलता था।

पुलिस निरीक्षक के.आई. मोदी के अनुसार सूरत क्राइम ब्रांच ने साइबर ठगी के मा्मले में सूरत जहांगीरपुरा के साईंपूजन अपार्टमेंट निवासी हितेष दोढियावाला (45) को गिरफ्तार किया। हितेष ने इंस्टाग्राम के जरिए साइबर ठग रॉकी व उसके साथियों के साथ मिलकर ठगी की वारदातें अंजाम दी। उसने 3 प्रतिशत कमीशन के बदले नया बैंक खाता खोलकर उसका किट अहमदाबाद में रॉकी को भेजा था। इस खाते के जरिए अजमेर, पश्चिम बंगाल के बरासात, महाराष्ट्र के वसई, तेलंगाना के हैदराबाद और केरल में सात लोगों से ठगी की गई। 2 सितंबर को एक ही दिन में हितेष के खाते में 48.78 लाख रुपए जमा हुए, जिसमें से 62,900 रुपए कमीशन के रूप में उसके दूसरे खाते में ट्रांसफर किए गए। देशभर में दर्ज शिकायतों के आधार पर सूरत क्राइम ब्रांच ने हितेष को गिरफ्तार कर गुरूवार को अजमेर साइबर क्राइम पुलिस को सौंप दिया।

अजमेर की प्रोफेसर से 7.50 लाख की ठगी

ठगों ने गत 30 अगस्त को अजमेर की एक महिला प्रोफेसर व वरिष्ठ आरएएस अधिकारी की पत्नी को शिकार बनाया था। उन्हें अज्ञात नंबर से कॉल कर बताया कि उनके नाम से जारी सिमकार्ड का उपयोग यौन प्रताड़ना के मैसेज भेजने में हुआ है। ठगों ने दावा किया कि इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में केस चल रहा है और वे मुख्य आरोपी हैं। इसके बाद वीडियो कॉल पर सीबीआई अधिकारी दया नायक के रूप में पहचान बताकर डिजिटल अरेस्ट करते हुए डरा-धमकाकर दो दिनों में बैंक खातों से 7.50 लाख रुपए ट्रांसफर करवाए। पीड़िता प्रोफेसर ने 3 सितंबर को अजमेर साइबर थाने में प्रकरण दर्ज करवाया था। इसमें पुलिस पहले ही दो खाताधारक को गिरफ्तार कर चुकी है।

कर्ज में डूबा हितेष बना साइबर ठग

पुलिस पड़ताल में आया कि हितेष ने सूरत में निवेश सलाहकार के रूप में काम करता था और जहांगीरपुरा में उसका कार्यालय था। बाजार के उतार-चढ़ाव के कारण उस पर डेढ़ करोड़ रुपए का कर्ज हो गया था। कर्ज से छुटकारा पाने और जल्दी पैसा कमाने के लालच में वह साइबर ठग गैंग से जुड़ गया। उसने कमीशन के लिए ठगों को बैंक खाते मुहैया करवाए।

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